14 जनवरी को ‘राहगीरी आनंद उत्सव’ की मस्ती में डूबेगा उज्जैन, प्राचीन खेलों का होगा आयोजन…
उज्जैन : 14 जनवरी को हर जगह मकर संक्रांति का उल्लास देखने को मिलता है। उज्जैन में भी इस पर्व को बहुत ही धूमधाम से बनाया जाता है। अब इस बार की 14 जनवरी काफी खास होने वाली है क्योंकि एक बार फिर राहगीरी आनंद उत्सव की शुरुआत कर दी जाएगी। इस उत्सव में बचपन से लेकर 55 तक के लोग अलग-अलग तरीकों से आनंद मानते दिखाई देते हैं। कोई यहां रस्सी कूद करता है तो कोई डांसिंग और बॉडीबिल्डिंग करता दिखाई देता है।
14 जनवरी को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के हाथों से उज्जैन विकास प्राधिकरण नगर पालिका और जिला प्रशासन समिति सामाजिक संस्थाएं राहगीरी आनंद उत्सव की शुरुआत करेंगी। तरणताल से लगाकर कोठी रोड तक सुबह-सुबह यह आयोजन किया जाने वाला है जिसमें शहरवासियों की भीड़ उमड़ती दिखाई देगी।
सांस्कृतिक खेलों का आयोजन
इस राहगीरी मेले के दौरान भारतीय संस्कृति से जुड़े प्राचीन खेलों को बढ़ावा दिया जाने वाला है। शहर भर से यहां पहुंचे लोग यहां रस्सी कूद, बोरा दौड़, अंटी, गरबा, मालवी नृत्य, अखाड़ा और मलखंब प्रदर्शन, बॉडी बिल्डिंग, कुश्ती जैसे प्रदर्शन करते हुए दिखाई देंगे। संस्कृत खेलों के आयोजन के साथ यहां पर स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा इसी के साथ स्वास्थ्य शिविर भी लगेगा। तस्वीर खींचने के शौकीनों के लिए सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाएगा। बच्चों के लिए कई तरह के झूले यहां पर मौजूद रहेंगे।
मालवी व्यंजनों का लें आनंद
इस राहगीरी आनंद उत्सव में तरह-तरह के खेलों में भाग लेने के अलावा यहां पहुंचने वाले लोग मालवी व्यंजनों का स्वाद भी उठा सकेंगे। यहां पर मालवा का प्रसिद्ध पोहा जलेबी, केसरिया दूध और अन्य मालवी व्यंजन की व्यवस्था की जाने वाली है। इस मस्ती भरे माहौल में क्या बच्चे क्या बूढ़े सभी अपनी मौजूदगी दर्ज करते दिखाई देने वाले हैं। इसके पहले भी तरण ताल से लगाकर कोठी रोड पर आनंद उत्सव का आयोजन किया जा चुका है जिसमें बड़ी संख्या में शहरवासी पहुंचते हैं और तरह-तरह के खेलों का आनंद लेते दिखाई देते हैं। एक बार फिर यह नजारा इस उत्सव के दौरान देखने को मिलेगा।