कांग्रेस में अब नेता प्रतिपक्ष को लेकर माथा पच्ची। फौजिया से ज्यादा इस बार विनीतिका यादव को ज्यादा कर रहे पसंद
इंदौर नगर निगम में मेयर और पार्षद चुनाव के बाद यह बात तो बिल्कुल तय हो गई है की पांचवी बार भी इंदौर नगर निगम में कमल का ही बहुमत रहने वाला है। लेकिन अब एक बार फिर सबसे ज्यादा उठापटक कांग्रेस खेमे में देखने को मिलेगी। क्योंकि अब बारी आएगी कांग्रेस की और से नेता प्रतिपक्ष चयन की। दरअसल इस बार पूर्व परिषद में नेता प्रतिपक्ष रहीं फोजिया शेख की बजाय उप नेता प्रतिपक्ष रहीं विनीतिका यादव को इस भूमिका में कहीं ज्यादा पसंद किए जाने की बात सामने आ रही है। कांग्रेस के ही अंदरूनी गलियारों में चल रही चर्चाओं की बात की जाए तो नेता प्रतिपक्ष को लेकर इस बार पांच नंबर पर एक नंबर भारी बताया जा रहा है। हालाकि इसे लेकर पार्षद पति दीपू यादव से भी चर्चा की गई लेकिन उनका उक्त पद को लेकर कोई ज्यादा रुझान नहीं है। लेकिन अन्य कई कांग्रेसी ही यह चाहते है की इस बार फौजिया की बजाय विनीतिका दीपू यादव को विपक्ष की भूमिका में देखा जाए।
जो लायक वो हारे चुनाव
अगर अनुभव की बात की जाए तो अगर छोटे यादव चुनाव जीत जाते तो नेता प्रतिपक्ष को लेकर उनसे अच्छा चेहरा कांग्रेस के पास नही था। लेकिन बदकिस्मती से वह चुनाव हार चुके है। इसलिए अब विनीतिका दीपू यादव को कांग्रेसी नेता प्रतिपक्ष के रूप में देखना चाहते है।
एक बार दिया मौका लेकिन कोई खास छबि नहीं छोड़ी
कांग्रेस ने पूर्व में फौजिया शेख को नेता प्रतिपक्ष बनाते हुए मौका दिया था लेकिन कोई खास पहचान वह छोड़ नही सकी। इसलिए भी अब विनीतिका दीपू यादव को लेकर कांग्रेसी यह मांग उठा रहे है।
पुरुषो में सिर्फ कुछ ही अनुभवी, लेकिन उन्हें लेकर पार्टी का मन नही
अगर कांग्रेस के अनुभवी पुरुष पार्षदों की बात की जाए तो सिर्फ चिंटू चौकसे ही ऐसा चेहरा है जो निगम की रीति नीति से पूरी तरह वाकिफ है। बाकी पूर्व पार्षदों जिनमे अंसाफ अंसारी, अनवर दस्तक, सादिक खान,भूपेंद्र चौहान जैसे पार्षद रह चुके की पत्नियां अब पार्षद बन चुकी है। लिहाजा इसे देखते हुए भी विनितिका दीपू यादव का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। इधर चिंटू के अलावा अनवर कादरी भी जीत चुके है लेकिन महिलाओ के बहुमत को देखते हुए विनितिका यादव कांग्रेस की पहली प्राथमिकता हो सकती है।