अब किसी भी वोटर को दो किलोमीटर से ज्यादा दूर वोट डालने नहीं जाना होगा।
नई वोटर लिस्ट 1 जनवरी 2021 के आधार पर बनेगी, नाम जोड़ने-हटाने वाले आवेदन 16 नवंबर से
जल्द संभावित विधानसभा चुनाव में वोटरों को भ्रम में डालने वाली अर्थात भटकाऊ वोटर लिस्ट नहीं रहेगी। अभी जिन परिवारों, एक ही मोहल्ले के लोगों को अलग-अलग पोलिंग पर वोट डालने जाना होता है वे अब एक ही पोलिंग पर वोट डालेंगे। उप चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में संशोधन का काम फिर चालू होगा। अभी पोलिंग सेंटरों को एडजस्ट करने का काम प्रारंभ हो चुका है।
नई वोटर लिस्ट 1 जनवरी 2021 के आधार पर बनेगी और नाम जोड़ने-हटाने वाले आवेदन 16 नवंबर से लिए जाएंगे। उप जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष तिवारी ने कहा कि पुनरीक्षण का कार्यक्रम मिल गया है। इस पर काम भी चालू कर दिया गया है। जिन तीन विधानसभाओं में पहले चुनाव होने हैं, वहां कोरोना के कारण सहायक पोलिंग भी बना दिए गए हैं ताकि किसी भी केंद्र पर 1030 से ज्यादा वोटर नहीं रहें और वोटिंग के वक्त भीड़ न लगे।
कार्यक्रम के मुताबिक 10 अगस्त से पोलिंग सेंटरों को युक्तियुक्तकरण करने की प्रक्रिया चालू हो चुकी है। अब किसी भी वोटर को दो किलोमीटर से ज्यादा दूर वोट डालने नहीं जाना होगा। एक परिवार के सभी सदस्य, एक मोहल्ले व एक सड़क के निवासी सभी वोटर एक ही पोलिंग पर वोट डालेंगे। ऐसा पहली बार हो रहा है।
एक महीने जुड़ेंगे नाम:
नए वोटर अपना नाम में 16 नवंबर से 15 दिसंबर तक जुड़वा सकेंगे। इससे पहले 16 नवंबर को प्रारूप प्रकाशन होगा। 5 जनवरी तक दावे-आपत्तियों का निराकरण कर 15 जनवरी को अंतिम प्रकाशन हो जाएगा।
4 फीसदी बढ़ेंगे वोटर:
इस बार वोटरों की संख्या 4 फीसदी से ज्यादा बढ़ेगी। एक घर में 10 से ज्यादा वोटर होने या फिर कहीं सर्वाधिक नाम जोड़े या हटाए जाएंगे, तो इनकी जांच संबंधित क्षेत्र का अधिकारी करेगा।
294 सहायक पोलिंग:
कोरोना संक्रमण में उप चुनाव के कारण तीन विधानसभाओं में 294 सहायक पोलिंग सेंटर बनाए गए हैं। अब एक पोलिंग पर 1030 से ज्यादा वोटर नहीं रहेंगे। अभी शहर में एक पोलिंग पर अधिकतम 1400 वोटर थे।