1000 साल पुराने इस मंदिर में शाम के बाद कोई नहीं रूकता, रात में होता है भूतों का डेरा
मुरैना: अंचल के ककनमठ मंदिर में शाम होने के बाद कोई नहीं रूकता. रात में यहां वो नजारा दिखता है, जिसे देखकर किसी भी इंसान की रूह कांप जाए. लोग इसे भूतों वाला मंदिर कहते हैं. मंदिर का इतिहास करीब एक साल हजार पुराना है. इस मंदिर का निर्माण कछवाह वंश के राजा ने अपनी प्रिय रानी के लिए करवाया था.
सिहोनियां के ककनमठ शिवालय को लेकर लंबे समय तक किवदंति रही कि इसका निर्माण भूतों ने कराया है, क्योंकि मंदिर के निर्माण में किसी मसाले का उपयोग नहीं दिखता है और पत्थर भी हवा में लटके दिखते हैं. हालांकि ऐतिहासिक तौर पर इसका निर्माण राजा कीर्तिराज ने ही कराया था, लेकिन एक दशक पहले तक यह किवदंति प्रचलित थी कि ककनमठ मंदिर का निर्माण भूतों ने एक ही रात में करवाया था. सुबह होने से पहले जितना मंदिर बना उतना ही छोड़कर वे चले गए.इसलिए आसपास बड़े नक्कासीयुक्त पत्थर भी परिसर में पड़े हैं.