मध्यप्रदेश में कोई भी जिला रेडजोन में नहीं, मुख्यमंत्री को है इस बात की चिन्ता
भोपाल: कोरोना की दूसरी लहर में राहत मिलने के बाद मध्यप्रदेश में अनलॉक की शुरुआत हो चुकी है. गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड संक्रमण की दृष्टि से अब प्रदेश का कोई भी जिला रेड जोन में नहीं है. किसी भी जिले की पॉजिटिविटी 5% से अधिक नहीं है. प्रदेश कोरोना संक्रमण से तेजी से बाहर निकल रहा है. जल्द ही प्रदेश को पूर्ण रूप से कोरोना संक्रमण मुक्त किए जाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की. बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि सभी प्रभारी मंत्री एवं कोविड प्रभारी अधिकारी अपने-अपने जिलों में अनलॉक प्रक्रिया पर पूरी नजर रखें तथा कोविड अनुरूप व्यवहार सुनिश्चित किया जाए.
भोपाल में कोरोना अनुरूप व्यवहार सुनिश्चित कराने के लिए प्रभारी मंत्री के निर्देशन में ‘कोविड सेफ्टी टीम’ का कार्य माइक्रो मॉनिटरिंग का उत्तम उदाहरण है, अन्य जिले भी इसका अनुसरण करें.
846 नए प्रकरण
प्रदेश में गुरुवार को कोरोना के 846 नए प्रकरण आए हैं, 3746 मरीज स्वस्थ हुए हैं तथा 14 हजार 186 एक्टिव केस हैं. प्रदेश की साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी 1.7 प्रतिशत तथा आज की पॉजिटिविटी 1.1% है. आज प्रदेश में 78 हजार टेस्ट किए गए.
तीन जिलों में ही 20 से अधिक प्रकरण
प्रदेश के 3 जिलों इंदौर, भोपाल तथा जबलपुर में ही कोरोना के 20 से अधिक नए प्रकरण आए हैं. इंदौर में 287, भोपाल में 183, जबलपुर में 71, ग्वालियर में 17 तथा रतलाम में 16 नए प्रकरण आए हैं. इंदौर की साप्ताहिक पॉजिटिविटी 4.9%, भोपाल की 3.8%, जबलपुर की 1.8%, ग्वालियर की 1.4% तथा रतलाम की साप्ताहिक पॉजिटिविटी 2.1% है.
तीन जिलों में एक भी नया प्रकरण नहीं
प्रदेश के 3 जिलों अलीराजपुर, झाबुआ तथा कटनी में कोरोना का कोई नया प्रकरण नहीं आया है. चार जिलों भिंड, मंडला, सिंगरौली तथा टीकमगढ़ में एक-एक नए प्रकरण आए हैं.
30 जिलों में 1% से कम पॉजिटिविटी
प्रदेश के 30 जिलों में कोरोना की साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी 1% से कम है तथा 22 जिलों में साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी 1% से 5% तक है. सभी 52 जिलों की साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी 5% से कम है.
किल कोरोना अभियान की निरंतर हो मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रित करने में किल कोरोना अभियान का बहुत बड़ा योगदान है. यह अभियान ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में निरंतर चलता रहे तथा इसकी लगातार मॉनिटरिंग होती रहे.
सीएम शिवराज ने जताई ये चिंता
गुरवार को सीएम शिवराज ने कहा कि अब कोरोना महामारी की तीसरी लहर आने की बात कही जा रही है. चिंता की बात है कि इस लहर में बच्चों को सबसे ज्यादा संक्रमित होने की आशंका जताई कही जा रही है. ऐसे में यह जरूरी है कि बच्चों के माता-पिता स्वस्थ रहें. इसके लिए उनके वैक्सीन लगाना अनिवार्य है. कोई भी बच्चा माता-पिता के बिना नहीं रह सकता. उनके संक्रमित होने पर माता या पिता में से किसी एक का होना स्वाभाविक है. इस कारण यह निर्णय लिया गया है कि प्रदेश में 12 साल के कम उम्र के सभी बच्चों के माता-पिता को प्राथमिकता दी जाएगी. उन्हें कोरोना वैक्सीन का पहला और दूसरा डोज पहले लगाया जाएगा.