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नेपाल की सरकार को मिली दो दिन की मोहलत

काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे पर फैसला अब सोमवार को हो सकता है। शनिवार को होने वाली स्टैंडिंग कमेटी की मीटिंग ऐन वक्त पर टल गई। ओली के मुख्य विरोधी और सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड के बीच लगातार दूसरे दिन बातचीत होगी।
इस बातचीत से यह संकेत मिल सकते हैं कि सोमवार को क्या फैसला होगा। सूत्रों के मुताबिक, दोनों ही नेताओं पर यह दबाव है कि वो पार्टी में किसी तरह की टूट न होने दें। पार्टी के वरिष्ठ नेता चाहते हैं कि इस मसले का हल आपसी सहमति से निकाला जाए। 
एनसीपी के कुछ दूसरी यूनिट नेपाल में प्रभावशाली मानी जाती हैं। काठमांडू पोस्ट अखबार के मुताबिक, ओली ने इन यूनिट के बड़े नेताओं से मुलाकात की और सहयोग मांगा। इनमें से कुछ नेताओं के तो वे ऑफिस या घर तक पहुंच गए। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रचंड से 3 घंटे अपने घर बातचीत की।
बुधवार को प्रचंड की अध्यक्षता में पार्टी की स्थाई समिति की बैठक में 44 में से 33 सदस्यों ने ओली के इस्तीफे की मांग की थी। इसके बाद गुरुवार को ओली के इस्तीफे पर सहमति नहीं होने पर समिति की बैठक टाल दी गई थी। अब पार्टी के टूटने का खतरा भी मंडरा रहा है। खास बात ये है कि ओली स्टैंडिंग कमेटी की 7 दिन चली मीटिंग में से सिर्फ 2 में ही शामिल हुए। वे पार्टी नेताओं के सवालों का जवाब देने से बचते रहे।