राज्यपाल के अभिभाषण में न कोई दिशा और न ही कोई दृष्टि – कमलनाथ
मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद पहला बजट सत्र चल रहा है. कल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने सदन में कहा कि ऐसा कौन सा खौफ था कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने अभिभाषण में 10 बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिया. लेकिन इसी दौरान केन्द्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों, दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन एवं बेरोजगारी के बारे में एक शब्द तक नहीं कहा. राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कमलनाथ ने कहा कि किसी भी राज्य में राज्यपाल का अभिभाषण राज्य सरकार की दिशा और दृष्टि को प्रस्तुत करता है. उन्होंने कहा कि यह परंपरा हर राज्य में है और संसद में भी है.
कमलनाथ ने आगे कि यह जो राज्यपाल का अभिभाषण था, वह दिशाहीन एवं दृष्टिहीन है. उन्हेांने कहा कि मुझे राज्यपाल पर दया आती है कि उन्हें ऐसा भाषण पढ़ना पढ़ा. प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके कमलनाथ ने कहा, ‘‘अभिभाषण की शुरूआत में मोदी और अंत में भी मोदी, कुल 10 बार नाम लिया मोदी जी का, मैं सोच रहा हूं कि क्या मैं लोकसभा में बैठा हूं या विधानसभा में बैठा हूं.’’ उन्होंने आश्चर्य प्रकट करते हुये कहा, ‘‘इतनी दफे. कौन सा खौफ था? राज्य सरकार तो हमारे मुख्यमंत्री जी चलाते हैं. पर कौन सा खौफ था? कौन सी छाया में यह भाषण था?’’ कमलनाथ ने कहा, ‘‘मुझे ताजुब्ब हुआ क्योंकि राज्यपाल का भाषण एक गंभीर भाषण होता है. इसमें मैं समझता हूं कि इसमें यह आवश्यकता नहीं है कि विधानसभा में मोदी का प्रचार किया जाये.उनको (मोदी) की क्या आवश्यकता है? उनका यहां प्रचार करके आप उन्हें क्या संदेश दे रहे हैं?’’