BhopalFEATUREDGeneralIndoreJabalpurLatestMadhya PradeshNationalNewsPoliticsWeather

MP : नदी नाले उफान पर, श्योपुर में बाढ़ जैसे हालात, आज 30 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, बिजली-मेघगर्जन, जानें पूरे हफ्ते के मौसम का हाल…

भोपाल : मध्यप्रदेश में मानसून के रफ्तार पकड़ते ही बारिश का दौर तेज हो चला है। पिछले 24 घंटे में कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। नदी नाले उफान पर आ गए है, सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई है। श्योपुर में तो बाढ़ जैसे हालात बन गए है, अमराल नदी उफान पर है, गांवों का संपर्क भी टूट गया है। छतरपुर के श्री जटाशंकर धाम का झरना और शिवपुरी में भदैया कुंड का झरना भी फूट गया है। आज शनिवार को भी 2 दर्जन जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।नए सिस्टम के सक्रिय होने से 7-8 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

आज 2 दर्जन से ज्यादा जिलों में बारिश का अलर्ट

  • आज दोपहर में शिवपुरी, पूर्वी श्योपुर कलां और मुरैना में बिजली के साथ भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
  • ग्वालियर ,दतिया/रतनगढ़, निवारी,ओरछा और टीकमगढ़ में मध्यम बारिश तो विदिशा, पश्चिम भोपाल, गुना, भिंड, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, सिवनी, उत्तर छतरपुर/ खजुराहो और उत्तर पन्ना में हल्की वर्षा।
  • आज शनिवार को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा और सागर में तेज बारिश तो भोपाल, इंदौर,  जबलपुर, देवास, उज्जैन, शाजापुर और खरगोन जिले में आंधी और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्य बारिश का अलर्ट ।

6 संभागों में 8 जुलाई को भारी बारिश का अलर्ट

  • वर्तमान में 4 मौसम प्रणालियां सक्रिय है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर उत्तर प्रदेश से होकर बांग्लादेश तक एक द्रोणिका बनी हुई है। दक्षिणी गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इस चक्रवात से लेकर कर्नाटक तक एक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है, जिससे दो दिन बाद झमाझम वर्षा के आसार हैं।
  • 7 जुलाई को सक्रिय होने जा रहे नए वेदर सिस्टम के चलते 8 और 9 जुलाई को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।8 जुलाई को भोपाल, नर्मदापुरम,  जबलपुर, शहडोल, सागर, और ग्वालियर संभाग में कई जगह पर भारी वर्षा की संभावनाएं बनी रहेगी।

अबतक का बारिश का रिकॉर्ड

मध्य प्रदेश में अब तक कुल 166.5 मिमी बारिश हुई है। 1 जून से 5 जुलाई तक सामान्य बारिश 172.8 मिमी थी यानि 4 प्रतिशत की कमी है। सामान्य फ़ॉर्मूले के अनुसार 20 फीसदी कम या ज़्यादा बारिश को सामान्य माना जाता है। जिन जगहों पर बारिश की कमी 20% से ज़्यादा है उनमें बालाघाट, कटनी, नरसिंहपुर, पन्ना, रीवा, सागर, सतना, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, बैतूल, हरदा, खरगोन, नर्मदापुरम और रायसेन शामिल है।