MP : आज हुई मध्यप्रदेश में 230 विधायकों की शपथ पूरी, जानें किसने ली 20 दिन बाद शपथ…
भोपाल : छिंदवाड़ा से चुनकर विधानसभा पहुंचे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज विधायक पद की शपथ की, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई, कमलनाथ के साथ दो अन्य सदस्यों ने भी शपथ ली और इसी के साथ मध्य प्रदेश विधानसभा में सभी 230 विधायकों की शपथ पूरी हो गई।
गौरतलब है कि कमलनाथ विदेश प्रवास पर थे इसलिए विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र में शामिल नहीं हो पाए थे और उनकी शपथ नहीं हुई थी। उन्होंने इसकी सूचना विधानसभा सचिवालय को देकर अनुमति ले ली थी इसी तरह पूर्व मंत्री सचिन यादव और सोहन वाल्मीकि ने भी निजी कारणों के चलते 18 और 19 दिसंबर को आयोजित विधायकों के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शपथ नहीं ली थी इन दोनों ने भी आज सोमवार को विधायक पद की शपथ ग्रहण की।
शपथ के बाद कमलनाथ ने बताया अपना फ्यूचर प्लान
आपको बता दें कि करीब एक महीने बाद कमलनाथ आज भोपाल पहुंचे उन्होंने विधानसभा पहुंचकर विधायक पद की शपथ ली, शपथ लेने के बाद उन्होंने कहा कि मुझे ख़ुशी है कि मुझे एक बार फिर जनता की सेवा करने के मौका मिला है , मैं कहीं नहीं जा रहा यहीं मध्य प्रदेश में रहकर जनता की सेवा करूँगा।
मीडिया के सवालों पर ज्यादा कुछ नहीं बोले कमलनाथ
कमलनाथ ने मीडिया के कई सवालों को टालते हुए प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से पूछने के लिए इशारा किया, पीसीसी चीफ पद से हटाने और दिल्ली की नाराजगी के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि ये प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह से पूछना, मुझे इतना पता है मैं दिल्ली नहीं जा रहा यहीं मप्र में ही हूँ, उन्होंने विधायक चुनने के लिए छिंदवाड़ा के मतदाताओं का आभार जताया।
कमलनाथ की बेदखली और आलाकमान की नाराजगी पर ये बोले कांग्रेस प्रदेश प्रभारी
उधर मीडिया ने जब प्रदेश प्रभारी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह से बात की थी तो उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी प्रदेश ही नहीं देश के बहुत बड़े नेता हैं कमलनाथ जी ने अपना इस्तीफा नैतिक जिम्मेदारी मानते हुए चुनाव परिणाम आने के अगले दिन ही दे दिया था। उसके बाद शीर्ष नेतृत्व ने यह तय किया जब तक नए अध्यक्ष नहीं बनते तब तक वह कंटिन्यू रहेंगे। और जो भी इस तरह की कोई बात जो मीडिया द्वारा उठाई जा रही है किसी ने भी बोला है वह उसकी पर्सनल ओपिनियन हो सकती है। अखिल भारतीय कांग्रेस उनका बहुत सम्मान करती है। हम सब उनका बहुत सम्मान करते हैं। हमारे प्रदेश के बहुत बड़े नेता हैं और आगे भी रहेंगे।