MP : शराब कॉरिडोर पर भड़के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, फिर की विधानसभा कार्यवाही लाइव दिखाने की मांग…
भोपाल : मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला किया है, उन्होंने गुजरात बॉर्डर पर शराब कॉरिडोर बनाने पर आपत्ति जताई है उन्होंने कहा है कि गरीब आदिवासियों के बीच नशे का जाल बिछाकर, BJP सरकार कौन-से ‘विकास’ की बात कर रही है? ये नीति नहीं, एक साज़िश है। वहीं सिंघार ने विधानसभा की कार्यवाही लाइव दिखाने की मांग एक बार फिर से उठाई है।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट लिखते हुए विधानसभा की कार्यवाही एक बार फिर लाइव दिखाने की मांग उठाई है, सिंघार ने लिखा- “मैंने मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यवाही का सीधा प्रसारण दिखाने के लिए एक जिम्मेदार मांग की है।”
क्या सरकार को डर है, कौन सवाल पूछता है, और जवाब देने से बचता है?
कांग्रेस नेता ने लिखा- जब देश की संसद और कई राज्यों की विधानसभाओं की कार्यवाही जनता के सामने LIVE दिखाई जाती है, तो मध्य प्रदेश की विधानसभा अब भी पर्दे के पीछे क्यों है? क्या सरकार को डर है कि अगर कार्यवाही का सीधा प्रसारण हुआ तो जनता जान जाएगी कि कौन जनहित की बात करता है, कौन सवाल पूछता है,
और कौन सवालों के जवाब देने से बचता है?
यह कोई सुविधा नहीं, जनता का संवैधानिक अधिकार है
सिंघार ने लिखा- विधानसभा जनता की उम्मीदों का मंदिर है। यहां जो भी कहा जाता है, वह जनता के नाम पर कहा जाता है, फिर उस पर जनता की नज़र क्यों न हो? जनता को यह जानने का पूरा अधिकार है कि उनका चुना हुआ विधायक उनके मुद्दों को कितनी गंभीरता से उठाता है। संसद की तरह MP विधानसभा की कार्यवाही का भी सीधा प्रसारण हो। यह कोई सुविधा नहीं, जनता का संवैधानिक अधिकार है।
आदिवासियों के बीच नशे का जाल, ये नीति नहीं, एक साज़िश है
उमंग सिंघार ने इस मांग के साथ सरकार पर शराब कॉरिडोर को लेकर भी हमला किया है, उन्होंने X पर लिखा- गुजरात में शराबबंदी है और इन दुकानों का पूरा ‘कॉरिडोर’ गुजरात बॉर्डर पर ही क्यों दिया गया? गरीब आदिवासियों के बीच नशे का जाल बिछाकर, BJP सरकार कौन-से ‘विकास’ की बात कर रही है? ये नीति नहीं, एक साज़िश है।
MP में पूर्ण शराब बंदी की मांग उठाई
सिंघार ने कहा मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार की नई शराब नीति ने आदिवासी क्षेत्रों को शराब तस्करी का अड्डा बना दिया है। झाबुआ के मंडली गांव में कम आबादी लेकिन वहां अंग्रेजी शराब की दुकान करोड़ों में नीलाम हो रहीं हैं, क्या ये सामान्य है? नहीं, ये तस्करी का गणित है। मेरी प्रदेश सरकार से पुन: मांग है कि मध्य प्रदेश में पूर्ण रूप से शराब पर पाबंदी लगानी चाहिए।