MP : रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन के खिलाफ लामबंद हुआ क्षत्रिय समाज, रेस्टहाउस से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च कर सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन…
मुरैना : चंबल नदी से हो रहे रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन को रोकने के लिये कड़े कानून के तहत कार्रवाई किये जाने की मांग क्षत्रिय महासभा ने की है। साथ ही आज क्षत्रिय महासभा ने लामबंद होकर एक किलोमीटर का पैदल मार्च कर प्रशासन को सीएम के नाम 7 सूत्रीय मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है। इसके तहत मांग की गई है कि अवैध रेत के भरे हुए वाहन ट्रैक्टर ट्राली से निर्दोष लोगों की दुर्घटना में मृत्यु नहीं हत्यायें हुई हैं। इनमें आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा के तहत मामले पंजीबद्ध किये जायें। वहीं प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री को शीघ्र ज्ञापन भेजे जाने का आश्वासन भी दिया गया है।
क्या है पूरा मामला
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की जिला इकाई मुरैना के नेतृत्व में रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन करने वाले वाहनों पर कार्रवाई तथा ट्रैक्टर ट्राली से जिनकी मौत हुई है। उनके परिजनों को 50-50 लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की जाए। जिसके खिलाफ आज क्षत्रिय महासभा पूरी तरह लामबंद होकर आक्रोशित दिखाई दे रहा था। विगत दिवस जिले की ग्राम पंचायत खाण्डोली के कोकसिंह का पुरा निवासी युवक घनश्याम सिंह सिकरवार की मृत्यु रेत से भरे ट्रैक्टर ट्राली से हुई थी। मृतक युवक उत्तरप्रदेश के ऐटा में शिक्षक था। क्षत्रिय महासभा ने ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री को अवगत कराया है कि घटना को कारित करने वाले ट्रैक्टर ट्राली में मृतक की मोटरसाइकिल फस गई थी। इसे अन्य बड़े वाहन से निकालकर घनश्याम सिंह सिकरवार के शव को सडक पर हटा दिया गया और ट्रैक्टर को आरोपी मौके से लेकर फरार हो गया। लेकिन उस समय घनश्याम सिंह सिकरवार की सांसें चल रही थीं। अगर घायल को इलाज के लिये ले जाने का प्रयास किया गया होता तो संभवत उसकी जान जाने से बच जाती। लेकिन इस हादसे में शामिल सभी वाहनों व चालकों के सहयोगियों पर मामला दर्ज किया जाना चाहिए। इस ज्ञापन में वन व खनिज विभाग पर भी लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से मांग की है। दोनों अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त किया जाए।
वहीं रेत के अवैध धंधे में चोरी के ट्रैक्टरों का उपयोग किया जा रहा है। वहीं अधिकांश ट्रैक्टर ट्राली पर परिवहन विभाग द्वारा पंजीयन के बाद जारी किये गये नम्बर व प्लेट गायब है। इन्हें पुनर्प्रकाशित कराया जाए। साथ ही क्षत्रिय महासभा ने चेतावनी दी है कि उनकी मांग का निराकरण 8 दिवस में किया जाये, अन्यथा वह आंदोलन को मजबूर होंगे, जिसकी जबावदेही प्रशासन व पुलिस की होगी। क्षत्रिय महासभा द्वारा जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. इच्छित गढ़पाले को ज्ञापन सौंपा था। इस अवसर पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह सिकरवार, मानवेन्द्र सिंह सिकरवार गांधी सहित क्षत्रिय महासभा के सैकड़ों पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल थे।