दमोह उपचुनाव में नहीं जीत पाई बीजेपी तो कर दिया कलेक्टर और एसपी का ट्रांसफर
जब कभी चुनाव होते हैं तो सरकार में बैठी पार्टी चाहती है कि वो ही चुनाव जीते. वह उम्मीद करती है कि इस काम प्रशासनिक अमला भी उसकी पूरी मदद करे. अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो उसका परिणाम अधिकारियों को भुगतना पड़ता है. यह एक ऐसा कड़वा सच है. जो सभी राजनैतिक दल करते हैं, लेकिन स्वीकार कोई नहीं करेगा. सरकार में बैठी पार्टी कहेगी कि सब निष्पक्ष हुआ और विपक्ष में बैठा दल प्रशासनिक अमले का दुरूपयोग का आरोप लगाएगा.
ऐसा ही कुछ हुआ राज्य के दमोह जिले में. यहां अभी हाल ही में उपचुनाव हुए थे. उपचुनाव में बीजेपी का प्रत्याशी कांग्रेस के प्रत्याशी से बुरी तरह हार गया. नतीजों के 5 दिन बाद ही दमोह कलेक्टर और एसपी बदल दिये गए. कलेक्टर तरुण राठी और एसपी हेमंत चौहान का तबादला कर दिया गया. खास बात ये रही कि 5 घण्टे के अंतराल में दो बार कलेक्टर बदले गए.
सरकार ने चंद घंटों में ही अपना आदेश बदल दिया. उसके कुछ देर बाद एसपी का भी तबादला कर दिया गया. अब तरुण राठी की जगह एस कृष्ण चैतन्य कलेक्टर और हेमंत चौहान की जगह डी आर तेनिवार नये एसपी होंगे.
शुक्रवार को राज्य सरकार ने 5 आईएएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए. इनमें दमोह के मौजूदा कलेक्टर तरुण राठी का भी नाम शामिल था. राठी को दमोह कलेक्टर के पद से हटाकर मंत्रालय में उप सचिव बनाया गया. उनकी जगह अनूप कुमार सिंह को दमोह का नया कलेक्टर बनाया गया था. लेकिन राज्य सरकार ने इस आदेश में कुछ घण्टो के भीतर ही संशोधन करते हुए अनूप कुमार सिंह का दमोह कलेक्टर के पद पर तबादला आदेश रद्द कर दिया. उनकी जगह अब एस कृष्ण चैतन्य को दमोह का नया कलेक्टर बनाया गया है.