उपचुनाव की तैयारियों में जुट गये हैं कमलनाथ और कांग्रेस
राज्य में एकबार फिर से चुनावी बिसात बिछ रही है. राज्य में एक लोकसभा और तीन विधानसभाओं पर उपचुनाव होने हैं. जिसके लिए दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. कांग्रेस पार्टी ने इन चुनाव के लिए रणनीति पर काम भी शुरू कर दिया है. बता दें कि कांग्रेस की तरफ से पूर्व सीएम कमलनाथ के हाथों में उपचुनाव की कमान रहेगी. कमलनाथ की कोशिश है कि आगामी उपचुनाव में लोगों की नाराजगी को भुनाया जाए. कांग्रेस उपचुनाव में जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती, यही वजह है कि कांग्रेस हर सीट पर कम से कम 10 विधायकों को तैनात करेगी.
दमोह प्लान को ही अपनाएगी कांग्रेस
कांग्रेस आगामी उपचुनाव में भी दमोह उपचुनाव की रणनीति के तहत ही उतरेगी. इसके लिए पार्टी उपचुनाव वाली हर सीट पर कम से कम 10 विधायकों को तैनात करेगी, ताकि वह पार्टी के पक्ष में माहौल बना सकें. बता दें कि दमोह उपचुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को पटखनी दे दी थी. दमोह उपचुनाव के बाद से पार्टी का आत्मविश्वास भी बढ़ गया है.
कांग्रेस उपचुनाव में युवा मतदाताओं पर ज्यादा फोकस करेगी. यही वजह है कि कांग्रेस विधायकों के साथ ही अपनी छात्र शाखा एनएसयूआई के हजारों कार्यकर्ताओं को भी चुनाव जिताने की जिम्मेदारी देने पर विचार कर रही है. साथ ही कई युवा विधायकों को उपचुनाव में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है. युवा विधायक विपिन वानखेड़े ने बताया कि एनएसयूआई के कार्यकर्ता युवाओं को पार्टी से जोड़ने का प्रयास करेंगे.
कमलनाथ होंगे चेहरा
कांग्रेस कमलनाथ के चेहरे पर ही आगामी उपुचनाव लड़ेगी. कमलनाथ ही चुनाव के लिए रणनीति बनाने में जुटे हैं और आजकल उनका फोकस उपचुनाव पर ही है. जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनपर दलित मतदाताओं की अच्छी खासी तादात है. यही वजह है कि कमलनाथ दलित मतदाताओं को अपने पाले में करने में जुटे हैं और अहम बैठकें कर रहे हैं. हाल ही में बसपा के एक दर्जन पदाधिकारियों ने भी कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्या हासिल की थी.
इन सीटों पर होगा उपचुनाव
जिन सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें खंडवा लोकसभा सीट, पृथ्वीपुर, जोबट और रैगांव विधानसभा सीटें शामिल हैं. खंडवा से भाजपा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन के बाद यहां उपचुनाव हो रहे हैं. ऐसी चर्चाएं हैं कि कांग्रेस की तरफ से इस सीट पर अरुण यादव प्रबल दावेदार हैं. पृथ्वीपुर सीट पर कांग्रेस विधायक बृजेंद्र सिंह राठौर के कोरोना के कारण निधन के चलते पार्टी उनके बेटे को टिकट दे सकती है. जोबट सीट पर कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया के निधन से खाली सीट पर पार्टी सुलोचना रावत, मुकेश पटेल, विक्रांत भूरिया में से किसी एक को टिकट दे सकती है! रैगांव सीट भाजपा विधायक जुगल किशोर बागरी के निधन से खाली हुई है.