भोपाल में 110 से अधिक पटवारी सामूहिक अवकाश पर गए, तीन पटवारियों पर निलंबन की कार्रवाई का विरोध…
भोपाल : भोपाल में 110 से अधिक पटवारी सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। तीन पटवारियों पर निलंबन की कार्रवाई के बाद ये सभी छुट्टी पर चले गए हैं। इनका कहना है कि बिना उचित जाँच के तीनों पटवारियों को निलंबित किया गया है, जो अनुचित है। पटवारियों का कहना है कि सिर्फ शिकायत के आधार पर कार्रवाई कर दी गई है गलत है। पटवारी संघ ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर निलंबन वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। इस मामले पर पटवारी संघ का कहना है कि बना जाँच के कार्रवाई करना सरासर गलत है। वो निलंबन वापस लेने की माँग कर रहे हैं। पटवारियों के सामूहिक अवकाश के चलते संबंधित तहसीलों में सन्नाटा पसरा रहा और इस कारण सरकारी कामकाज प्रभावित हो रहा है।
सामूहिक अवकाश पर पटवारी
दरअसल भोपाल कलेक्टर को शिकायतें मिल रही थी कि कुछ पटनारी घूसखोरी कर रहे हैं। वे किसानों से रिश्वत ले रहे हैं साथ ही कुछ पटवारियों ने अपने प्राइवेट ऑफिस बना रखे हैं जहां अन्य लोगों के ज़रिए काम के बदले पैसे वसूलते थे। इन शिकायतों के बाद तीन पटवारियों किशोर दांगी, पवन शुक्ला और निधि नेमा को रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था।
तीनों पटवारियों के निलंबन के बाद अब भोपाल में पटवारी संघ सामूहिक अवकाश का रास्ता अपनाया है। मंगलवार को शहर की सात में से पांच तहसीलों के 110 से अधिक पटवारियों ने सामूहिक अवकाश पर रहते हुए इस निलंबन का विरोध किया। उन्होंने कहा कि तीनों पटवारियों को बिना उचित जांच के निलंबित करना गलत है। इसी के साथ उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर निलंबन को वापस नहीं लिया गया तो वो आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। हालांकि, बैरसिया और कोलार तहसीलों के पटवारी इस विरोध से अलग रहे। पटवारियों के एक अन्य संगठन के जिला अध्यक्ष संदीप शर्मा ने कहा कि आगे की रणनीति पर विचार करके कोई फैसला लिया जाएगा।