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9 करोड़ से तैयार मोनो पोल, बारिश में हुआ फेल

ग्वालियर: 9 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया मोनो पोल एक दिन की बारिश भी नहीं झेल पाया. दावे किए जा रहे थे कि फॉल्ट होने पर मोनो पोल से बिजली लाइन को चार्ज कर बिजली सप्लाई बहाल कर दी जाएगी. लेकिन रविवार को हुई बारिश में मोनो पोल के दोनों फीडर ही फेल हो गए. उक्त फॉल्ट इतने बड़े थे कि इसकी लाइन को ठीक करने में ही तीन घंटे लग गए.

रिटायर्ड चीफ इंजीनियर राजहंस सेठ बताते हैं कि ग्वालियर की मोनो पोल की लाइन की ऊंचाई 15 मीटर ही रखी है जबकि इंदौर में इसकी ऊंचाई 18 मीटर है. इसके कारण मोनो पोल की लाइन पर न तो गिलहरी चढ़ पाती है न ही पेड़ों की शाखाएं बिजली के तारों तक पहुंच पाती हैं, इसलिए फॉल्ट नहीं हो पाते. लेकिन यहां महलगांव सब स्टेशन से फूलबाग सब स्टेशन तक बिछाई गई मोनो पोल की लाइन में सबसे बड़ी खामी इसकी ऊंचाई का कम होना है, इसके कारण ही कभी पेड़ों की शाखाएं तारों से टकरा जाती हैं तो कभी गिलहरी व पक्षियों की वजह से बिजली लाइन फॉल्ट हो जाती है.