विधायक ने बेच दी रेलवे की जमीन
ग्वालियर: रसूख के बूते पर सरकारी जमीनों पर बेजा कब्जा करने में कांग्रेस के दो नेता फंस गए. कांग्रेस के सुमावली विधायक अजब सिंह कुशवाह ने रेलवे की जमीन को अपना बताकर प्लाट बेचे थे.फर्जीवाडा सामने आने पर बुधवार को विधायक कुशवाह पर महाराजपुरा पुलिस ने धोखेबाजी की एफआइआर दर्ज की. ओहदपुर गांव, में सरकारी जमीन को घेरकर उस पर कमरा और भैंसो का तबेला बनाने में कांग्रेस नेता साहब सिंह गुर्जर पर केस दर्ज किया गया है. मुरार तहसील के पटवारी हरिमोहन राजपूत ने पुलिस को बताया विक्रमपुर, महाराजपुरा में रेलवे की काफी जमीन है. इसके सर्वे नंबर 203, से 205 और 208, 210, 211 को कांग्रेस के सुमावली, मुरेना विधायक अजब सिंह कुशवाह ने अपना टुकडों में बेचा दिया.विधयक कुशवाह ने जमीन का सौदा मायादेवी पत्नी राजेन्द्र सिंह , मुन्नीेदेवी पत्नी दुर्गा सिंह भदोरिया और कृष्णकांत त्यागी से किया था. दो लोगों को 9 साल पहले जमीन अपनी बताकर रजिस्ट्री की, जबकि दो रजिस्ट्री दो साल पहले की थी. इस जमीन को खरीदने वालों ने पत्थरों की नींव भरकर बाउंड्री करवाई.सरकारी जमीन पर निर्माण का पता चला तो प्रशासन की टीम ने जाकर निर्माण रूकवाया. जमीन खरीदने वालों काम बंद करने के लिए राजी नहीं थे. उनका कहना था कि जिस जमीन को अमला सरकारी बता रहा है.उसे अजब सिंह कुशवाह से खरीदा है. उसके एवज में पूरे पैसे दिए हैं. अजब सिंह ने गारंटी के साथ सौदा किया था, जमीन उसकी है, कोई दिक्कत नहीं है.इस भरोसे में ही मकान बनवा रहे थे. ठगे जाने का पता चलने पर खरीदारों ने शिकायत की थी अजब सिंह ने रेलवे की जमीन को अपना बताकर ठग लिया है.बुधवार को पटवारी हरिमोहन राजपूत की शिकायत पर अजब सिंह पर धारा 420 के तहत केस दर्ज किया.सरकारी जमीन पर बनाया कमरा , भैंसो का तबेलाकांग्रेस नेता साहब सिंह गुर्जर पर भी बुधवार को विश्वविद्यालय पुलिस ने आरआई राकेश श्रीवास्तव की शिकायत पर सरकारी जमीन पर बेजा कब्जा करने का केस दर्ज किया.आरआई श्रीवास्तव ने पुलिस को बताया सरकारी जमीन सर्वे क्रमांक 132 रकवा 3469 है. इसमें 0.314 पर साहब सिंह ने जबरिया कब्जा कर इस पर कमरा और भैंसों का तबेला बना लिया है.नापतौल में जमीन करीब डेढ बीघा है. सीएसपी रत्नेश तोमर ने बताया साहब सिंह ने सरकारी जमीन को घेरकर कर निर्माण कर लिया था. बुधवार को राजस्व, नगरनिगम और पुलिस की मदद से बेजा कब्जा हटाया और राजस्व निरीक्षक की शिकायत पर धारा 447, 448 के तहत केस दर्ज किया गया है.