फौजी के बैटे का अपहरण मामले में परिजनों ने पुलिस पर लगाया आरोप, कहा पीट-पीटकर बेटे से झूठा बयान लिया
मुरैना। मुरैना में 50 लाख रुपये की फिरौती के लिए युवक के अपरहण का मामले में पुलिस फंसती नजर आ रही है। पुलिस अपहृत नागेंद्र माहौर पर स्वयं साजिश के तहत गायब होने का आरोप लगा रही है। वहीं परिजनों का आरोप है कि पुलिस उसे पीट पीटकर झूठ बोलने के लिए मजबूर किया है।
50 लाख की फिरौती के लिए पूर्व फौजी शिवराज माहौर के बेटे नागेंद्र माहौर (22) के अपहरण की कहानी का शुक्रवार को नाटकीय पटाक्षेप हुआ। पुलिस ने अपहृत युवक की बरामदगी दिखाते हुए कहा कि-युवक ने खुद ही अपने अपहरण की कहानी रची और गोवा घूमने के लिए 3 लाख रुपए हड़पने के नाम पर खुद ही पिता के मोबाइल पर कॉल कर 50 लाख की फिरौती मांगी। जबकि इस मामले में अपह्त युवक नागेंद्र के पिता का दावा है कि पुलिस अपहरण की घटना को छिपाने में जुटी है। मेरे बेटे को पीट-पीटकर उससे जबरन यह वयान दर्ज कराया है कि अपहरण की साजिश मेरे बेटे ने ही रची।
गोवा घूमने 3 लाख रुपए हड़पना चाहता था युवक
एसपी अनुराग सुजानिया ने शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए घटना का खुलासा करते हुए कहा कि अपहृत युवक नागेंद्र माहौर की फिरौती के रूप में 50 लाख मांगे थे। इस मामले में पुलिस ने नागेंद्र माहौर की मोबाइल कॉल लोकेशन खंगाली, साथ ही शहर के कुछ सीसीटीवी फुटेज दिखे। इसके आधार पर हमने अपह्त नागेंद्र माहौर को अटेर रोड स्थित पेट्रोल पंप के पास से बरामद कर लिया। पूछताछ में नागेंद्र ने स्वीकार किया कि मैने ही अपहरण की साजिश रची और बाइक को बाजरा के खेत में पटका। फिर एक बाइक से लिफ्ट लेकर पोरसा फिर यहां से अटेर रोड तक पहुंचा। यह सब सिर्फ इसलिए किया, क्योंकि मुझे गोवा घूमने के लिए 3 लाख रुपए चाहिए थे। पुलिस ने अपह्त नागेंद्र के ऊपर धारा 193, 196, 387 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
पिता ने कहा पुलिस ने की ज्यादती
मेरे बेटे को पोरसा से बरामद किया, पीट-पीटकर जबरन कुबूल कराई कहानी
अपह्त नागेंद्र माहौर की बरामदगी के बाद उसके पिता ने पुलिस पर ही आरोप लगाए हैं। सेना की सिग्नल कोर से रिटायर्ड हवलदार शिवराज माहौर ने पुलिस की पूरी कहानी पर ही सवालिया निशान लगा दिया। उनका आरोप है कि पुलिस ने अपहरण के मामले में नागेंद्र के एक दोस्त सौरभ को पकड़ा था। सौरभ का पोरसा थाने में मोबाइल फोन जमा था। इसी मोबाइल पर सौरभ के पिता ने कॉल करके कहा कि-अपह्त नागेंद्र साधु सिंह तिराहे पर एक मकान में दिखा है। इसके बाद पुलिस खुद सौरभ को लेकर इस मकान में पहुंची। सौरभ आगे-आगे, पुलिस पीछे-पीछे। यहां से पुलिस ने अपह्त नागेंद्र को बरामद किया है।
गुरुवार को बरामदगी के बाद पुलिस ने रातभर नागेंद्र को थाने में रखकर पीटा और बाइक से बांधकर घसीटा। इतना टॉर्चर किया कि उससे जबरन यह कुबूल करवाया कि यह अपहरण नहीं अपहरण की साजिश थी, जो उसने खुद रची है। थाने में बंद बेटे को जब मैं सेव फल देने के लिए गया तब नागेन्द्र ने कहा कि मेरी मारपीट कर पुलिस ने सब कुछ गलत लिखवा लिया है।