BhopalCorona VirusMadhya Pradesh

एक दिन में संक्रमण से सबसे ज्यादा 42 मौतें; पॉजिटिविटी रेट भी 24 घंटे में एक फीसदी बढ़ा, दो विधायक कोरोना पॉजिटिव

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख के पार पहुंच चुकी है। वहीं शनिवार को एक दिन में 42 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई। भोपाल में 8 मौतें हुईं, जिसमें राजधानी में 5 और रायसेन में 3 मौतें शामिल हैं। वहीं इंदौर में 7, ग्वालियर में 3 और दतिया में 3 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया।


मध्यप्रदेश में 24 घंटे के अंदर कोरोना संक्रमण दर एक प्रतिशत बढ़ने से इसकी भयावहता और भी बढ़ गई है। शुक्रवार को प्रदेश में पॉजिटिव केस मिलने का रेट 12.4 था, जो आज बढ़कर 13.5 हो गया है। एक दिन पहले कोरोना संक्रमण से 24 लोग और गुरुवार को प्रदेश में 33 लोगों की मौत हुई थी।

दो विधायक संक्रमित
इधर, मंदसौर से भाजपा विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया और छिंदवाड़ा की चौराई सीट से कांग्रेस विधायक चौधरी सुजीत सिंह कोरोना पॉजिटिव आए हैं। इसके साथ ही अब तक प्रदेश में 30 से अधिक विधायक और 10 से अधिक मंत्री कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। यशपाल तीन दिन पहले ही गरीबों को राशन की पात्रता पर्ची बांटने के कार्यक्रम में मंत्री हरदीप सिंह डंग के साथ शामिल हुए थे।


छिंदवाड़ा जिले की चौराई विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक चौधरी सुजीत सिंह ने खुद सोशल मीडिया पर अपने पॉजिटिव आने की जानकारी दी। मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने अपने कोरोना पॉजिटिव आने की जानकारी फेसबुक पर पोस्ट कर दी है।

प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 1 लाख के पार
राज्य में शुक्रवार को कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख का आंकड़ा पार कर गई। आज 2552 नए संक्रमित मिले। इसके साथ ही कोरोना के मामले 1 लाख 558 हो गए। उधर, राजधानी भोपाल में अब 42 दिन से दोगुने मरीज मिल रहे हैं। सितंबर के 18 दिन में भोपाल में कोरोना के 5 हजार नए केस सामने आए हैं। वहीं, 21 अगस्त के बाद राजधानी में संक्रमण से 100 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में 22 मार्च को जबलपुर में कोरोना का पहला केस मिला था। इसके 180 दिन बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख पार पहुंच गई।

रोज 2 लाख 38 हजार लीटर ऑक्सीजन की पड़ सकती है जरूरत
इधर, कोरोना संक्रमण के चलते मेडिकल ऑक्सीजन की खपत लगातार बढ़ने से सरकार चिंता में है। मरीजों की बढ़ती संख्या के आधार पर स्वास्थ्य विभाग ने अनुमान लगाया है कि 31 अक्टूबर तक प्रदेश में कोरोना के 55 हजार सक्रिय ( जिनका इलाज चल रहा है) इनमें करीब 11 हजार मरीजों को अलग-अलग मात्रा में ऑक्सीजन की जरूरत होगी। इस लिहाज से हर दिन दो लाख 28 हजार लीटर (300 टन) ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी।


इसके लिए प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़, उड़ीसा और उत्तर प्रदेश में तीन अलग-अलग कंपनियों से बात की है। सामान्य स्थिति में प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में हर दिन करीब 39 हजार 700 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती थी, जो कोरोना के चलते अब बढ़कर करीब एक लाख 19 हजार लीटर (150) टन हो तक पहुंच गई है।