मामा जी, मेरा पति अस्पताल में मर रहा है, उसे इंजेक्शन दिलवा दीजिए
प्रदेश के मुख्यमंत्री जब तब अपने आपको प्रदेश का मामा बताते रहते हैं. चाहे वो कोई चुनावी रैली हो या कोई सामाजिक कार्यक्रम. वो अपने आपको मामा अवश्य बतलाते हैं. लेकिन उन्हीं मामा से जब एक महिला मदद मांगने गई तो मदद तो दूर, महिला की बात तक न सुनी.
मध्य प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या कम होने लगी, लेकिन प्रदेश सरकार अब भी सख्त रवैया अपनाए हुए है. इसी सिलसिले में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को इंदौर पहुंचे. उन्होंने जिला प्रशासन से कोविड मैनेजमेंट को लेकर चर्चा की, इसी दौरान एक महिला अपनी पेरशानी लेकर उनसे मिलने के लिए पहुंची. लेकिन सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए महिला को मुख्यमंत्री से नहीं मिलवाया गया.
घंटों इंतजार लेकिन मुलाकात नसीब नहीं हुई
इंदौर की पद्मा जैन के पति ब्लैक फंगस से जूझ रहे हैं, इलाज के लिए रोज 5 इंजेक्शन की जरूरत है. लेकिन शहर में इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में नहीं है. इंजेक्शन की मात्रा बढ़ाने की गुहार लगाने महिला अपने दो बच्चों के साथ सीएम से मिलने पहुंची. घंटों इंतजार करने के बाद भी महिला को पुलिस की बेरुखी का सामना करना पड़ा.
कोविड के बाद ब्लैक फंगस ने जकड़ा
महिला ने बताया कि उनके पति अंकित जैन का कोरोना से इलाज चल रहा था, वो कोरोना से तो स्वस्थ हो गए. लेकिन अब उन्हें ब्लैक फंगस ने जकड़ लिया. अरविंदो अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि उनके इलाज के लिए रोज 5 इंजेक्शन लगेंगे. मार्केट में इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है. इंजेक्शन बढ़ाने की मांग करने ही वह सीएम से मिलने गई, लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी.
इसी दौरान विकास नामक एक युवक भी सीएम शिवराज से मिलने पहुंचा. उसे मां के इलाज के लिए इंजेक्शन की जरूरत है, लेकिन सीएम से मुलाकात नहीं हो सकी.