श्मशान घाट पर बना मां काली का मंदिर, जाने कहां है ये मंदिर
यूं तो पूरे देश मे नवरात्रि में शक्ति उत्सव बड़ी ही श्रद्धा भाव से मनाया जा रहा है. लेकिन आज हम आपको देवी मां श्मशान काली के वो दिव्य दर्शन कराते है. जिनके अलौकिक दर्शन मात्र से ही आपके हर संकट दूर हो जाते है. देवी मां का वो स्वरूप की मानो मां आपसे बात कर रही हो, यह मंदिर कानपुर के श्मशान घाट पर बना हुआ है. जहां आपके ऊपर आने वाली हर वला हर संकट सव क्षण मात्र में भाग जाते है. देर अंधेरी रात में हजारों भक्तों का तांता यहां लगा रहता.
कानपुर में भैरो घाट में स्थित यह दरवार शमशान काली मां का हजारों वर्ष पुराना सिद्ध मंदिर है. मां काली के अलौकिक स्वरूपों में से एक है. वैसे तो आम तौर पर अगर किसी से कहा जाए तो वो शमशान के नाम से ही खौफजदा हो जाता है. लेकिन कहा जाता है कि भक्ति में ही शक्ति होती है देर रात तक क्या महिला क्या पुरुष ,क्या बुजुर्ग हर किसी को माता का दिव्य स्वरूप यहां खींच लाता है. क्योंकि नवरात्रि में देवी काली माता के दर्शन करने से हरएक की मनोकामना पूर्ण हो जाती है. देवी मां की रखवाली के लिए इस मंदिर में अघोरी बाबा भी विराजमान है.
वहीं देवी जी के आह्वान के लिए डमरू, नगाड़ा, लगातार बज रहे घण्टे, विशेष आरती, लोग पान सुपाड़ी, नारियल, कपूर नाना प्रकार की पूजा सामग्री देवी मां को प्रसन्न करने के लिए चढ़ता है. इस दरवार की यह विशेषता है कि भक्तों की माने तो उनकी हर मुराद यहां पूर्ण हुई है. लोग किसी भी नवीन कार्य के लिए मां से आशीर्वाद के लिए पहले यहां आते है और फिर अपने कार्य को करते है. नवरात्री में यहां देर रात तक पहुंचे भक्तों की अपार भीड़ भी यह दर्शाता है कि यह मंदिर है कुछ खास है.