हारे हुए मंत्री गिर्राज दंडोतिया ने दिया इस्तीफा; इमरती अब भी अड़ीं
भोपाल। उपचुनाव हारने वाले सिंधिया समर्थक मंत्री गिर्राज दंडोतिया ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इससे पहले मंत्री एदल सिंह कंषाना ने चुनाव हारने के 48 घंटे बाद ही इस्तीफा दे दिया था। लेकिन इमरती देवी चुनाव हारने के बावजूद इस्तीफा नहीं देने पर अड़ी हुई दिखाई दे रही हैं।
सवाल यह है कि शिवराज सरकार की उपचुनाव के बाद पहली कैबिनेट 26 नवंबर को होने जा रही है, जिसमें इमरती देवी शामिल होंगी या नहीं.?
नियम के मुताबिक पदभार ग्रहण से छह महीने तक पद पर बना रहा जा सकता है, इस हिसाब से उनका कार्यकाल 2 जनवरी तक है। लेकिन नैतिक रूप से हार के तुरंत बाद इस्तीफा देने की परंपरा रही है। इमरती देवी से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। हालांकि उनके भोपाल में ही होने की जानकारी है। इमरती देवी पहले बयान दे चुकी हैं कि वे चुनाव हारने के बाद भी मंत्री बनी रहेगी।
शपथ नहीं होने से दो पूर्व मंत्री कैबिनेट में नहीं जा सकेंगे
शिवराज कैबिनेट की बैठक में चुनाव जीतने वाले स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और परिवहन व राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी शामिल नहीं हो पाएंगे। कैबिनेट की बैठक में राजस्व विभाग के एक प्रस्ताव पर चर्चा होना है।