जानिए, कौन होगा मध्य – प्रदेश जनपद पंचायत अध्यक्ष – उपाध्यक्ष ? वोटिंग के बाद होगी काउंटिंग, चुनाव आज !
नीमच, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (mp panchayat election) संपन्न होने के बाद आज 27 जुलाई को जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को लेकर चुनाव होगा। नीमच जनपद और जावद जनपद में इस बार चुनाव बड़ा ही रोमांचक दिखाई दे रहा है। बीजेपी और कांग्रेस (Congress) दोनों ही पार्टी जनपद अध्यक्ष सीट पर अपना परचम लहराने का दावा कर रही हैं। वही बीजेपी (BJP) ने देर रात पार्टी की तरफ से शारदा पति मदनलाल धनगर को अपना अधिकृत अध्यक्ष पद उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
सिर्फ औपचारिक ऐलान होना बाकी है। वही काग्रेस की तरफ से कॉग्रेस के नेता पर्वत सिंह भी उनके भाई की पत्नी के लिए लगातार मेहनत कर रहे है। उनका भी दावा है की उनके पास भी जनपद के 12 सदस्य है। हालांकि नीमच जनपद का चुनाव बड़ा ही रोमांचक बन चुका है। इसी तरह जावद जनपद की बात की जाए तो यहां चुनाव के समय बीतने के बाद कुल 18 भाजपा के प्रत्याशी जीते थे तथा शेष से काग्रेस व एक निर्दलीय प्रत्याशी था लेकिन समय के साथ दो कांग्रेस के सदस्यों ने भाजपा का दामन थाम लिया। इस तरह से भाजपा के पास कुल 20 सदस्य हो गए।
इन्हें भी सबको विगत दिनों लगातार बाड़ा बंदी की गई थी और कल रात को ही जावद लाया गया। इस तरह से जावद में तो भाजपा समर्थित बोर्ड बनना तय है वही अगर नीमच में भीतरघात नहीं होता है तो भाजपा का बोर्ड बन सकता है और यदि कुछ भी भितरघात हुआ तो निश्चित रूप से कांग्रेसका बोर्ड बन जाएगा। अब देखना ये है कि 27 जुलाई आज जनपद अध्यक्ष का ताज किसके सिर पर सजेगा और कौनसी पार्टी विजय का परचम लहराएगी।
दरअसल मध्य प्रदेश के 170 जनपद पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव बुधवार यानी आज होना है। इसके लिए निर्वाचित सदस्यों का सम्मेलन तैयार किया गया मतपत्र के माध्यम से होने वाले चुनाव के लिए पहले अध्यक्ष पद के चुनाव किए जाएंगे। उसके बाद उपाध्यक्ष का चुनाव होगा।
वही मतदान के ठीक बाद मतगणना होगी और परिणाम को घोषित कर दिया जाएगा। वहीं राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों की माने तो सदस्य को नामांकन पत्र जमा करना होगा। जिसके बाद परीक्षण पीठासीन अधिकारी करेंगे। पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर के बाद मत पत्र वितरित किए जाएंगे। यदि किसी उम्मीदवार के मत बराबर होते हैं तो लॉटरी निकाल कर इसका निर्णय लिया जाएगा।
इसके लिए सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं। साथ ही मंत्री और स्थानीय विधायकों को बीजेपी ने निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी है जबकि कांग्रेस व पूर्व मंत्री विधायक और प्रदेश इकाई के पदाधिकारियों को अधिक से अधिक अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनवाने के लिए जिम्मा सौंपा गया है।
राजधानी भोपाल के फंदा जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होना है। इसके अलावा राजगढ़ के राजगढ़ ब्यावरा और जीरापुर सहित सीहोर के सीहोर, नसरुल्लागंज और इछावर में चुनाव होने हैं। साथ ही विदिशा के बासौदा विदिशा सिरोंज और नटेरन, रायसेन से सिलवानी, उदयपुर गैरतगंज सहित इंदौर के इंदौर और महू, खरगोन के भगवानपुरा झिरन्या सेगांव महेश्वर बड़वाह, खंडवा के खंडवा हरसूद किल्लौद और खालवा में भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव होने हैं।
इसके अलावा धार, झाबुआ, बुरहानपुर के अलावा अलीराजपुर, ग्वालियर के मुरार और भितरवार के अलावा गुना बमोरी राधौगढ़ में भी चुनाव होने हैं। शिवपुरी,अशोक नगर, दतिया, जबलपुर, सिवनी में भी चुनाव होने हैं। वही मंडला, डिंडोरी में भी चुनाव होने हैं। इसके अलावा नरसिंहपुर कटनी उज्जैन नीमच रतलाम शाजापुर आगर मालवा मंदसौर देवास सागर छतरपुर दमोह टीकमगढ़ निवाड़ी पन्ना रीवा सिंगरौली से सतना नर्मदा पुरम बेतूल हरदा शहडोल उमरिया अनूपपुर भिंड श्योपुर और मुरैना में भी चुनाव होने हैं। इस तरह सभी जिले के 170 जनपद पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव होने हैं।