जानिये कितना खर्चा आएगा, अगर आप अपने घर पर सोलर प्लांट लगवाते है ?
बिजली के बढ़ते दाम और कुछ लोग कमाई की वजह से भी अपने घर में सौलर प्लांट लगवा रहे हैं. सौलर प्लांट में फायदा ये है कि आपको एक बार पैसे खर्च करने के बाद बिजली के बिल से मुक्ति मिल जाती है. इसके साथ ही यह पर्यावरण के लिए काफी फायदेमंद होता है. साथ ही अगर आप बिजली का कम इस्तेमाल करते हैं तो उस बिजली को सरकार को दे सकते हैं और आपको उसका मिल जाएगा.
लेकिन, घर पर सौलर प्लांट लगवाने से पहले लोगों के मन में सवाल होते हैं कि आखिर इसमें खर्चा कितना आएगा और घर में कितने किलोवाट का प्लांट लगवाना पड़ेगा. साथ ही जानना चाहते हैं कि उनके घर में होने वाली बिजली के हिसाब से कौनसा प्लांट सबसे ज्यादा ठीक रहेगा.
ऐसे में आज हम आपको इन सभी सवालों का जवाब दे रहे हैं ताकि आप भी अपनी जरूरत के हिसाब से कोई ना कोई फैसला ले सकें.
घर के लिए कितने किलोवाट का प्लांट लगाना होगा?
वैसे तो यह आपके घर में इस्तेमाल होने वाली बिजली या बिजली खर्च पर निर्भर करता है. वैसे माना जाता है कि अगर आपके घर में 1000 रुपये के बिजली का बिल आ रहा है तो आपको 1 किलोवाट का प्लांट पर्याप्त है. अगर मान लीजिए आपके घर में 10 हजार का बिल आ रहा है तो आपको 10 किलोवाट का प्लांट लगवाना चाहिए. (यह अनुमान राजस्थान के बिजली बिल के आधार पर तय किया गया है).
कितनी बिजली मिलती है?
सौलर प्लांट का काम करने वाले जयपुर के सुमित बताते हैं कि अगर मान लीजिए आप 10 किलोवाट का प्लांट लगाते हैं तो आपको हर महीने करीब 1200 यूनिट बिजली मिल जाती है. ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आपके घर में कितने यूनिट खर्च होते हैं और आपको कितने यूनिट बिजली चाहिए होती है.
कितना होता है खर्चा?
अगर खर्चे के बात करें तो 10 किलोवॉट के प्लांट के लिए आपको 3 लाख 80 या 4 लाख रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं. वहीं, अगर आप कम वॉट लगवाते हैं तो आपको उसके हिसाब से पैसे खर्च करने पड़ेंगे. 5 किलोवॉट के लिए आपको ढ़ाई लाख रुपये तक खर्च करने पड़ेंगे.
सब्सिडी भी मिलती है?
सौलर प्लांट लगवाने पर सरकार की ओर से सब्सिडी भी दी जाती है. केंद्र सरकार की ओर से करीब 20 फीसदी तक फायदा मिलता है और राज्य सरकार के भी सब्सिडी को लेकर अलग अलग नियम होते हैं.