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टी-20 विश्वकप में किस तरह मैदान से बाहर भी तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं माही

17 अक्टूबर से शुरू हो रहे टी20 वर्ल्ड कप सभी ने तैयारी शुरू कर दी है. इसी क्रम में भारत ने भी टी-20 विश्व कप के लिए अपनी सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है. विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय चयनकर्ताओं ने बेहद ही संतुलित टीम चुनी है. टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण किया गया है.

इस टीम चयन में कुछ चौंकाने वाले फैसले भी किये गए हैं. जिसमें रविचंद्रन अश्विन की वापसी शामिल है. जो पूरे 4 सालों के बाद टी20 टीम में चुने गए हैं. साल 2017 में अश्विन ने आखिरी बार टी20 खेला था और अब उन्हें अचानक टी20 वर्ल्ड कप के लिए चुना गया है.

उनके अलावा पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को टीम इंडिया का मेंटॉर बना दिया गया है जो कि बीसीसीआई के मास्टर-स्ट्रोक के तौर पर देखा जा रहा है. आपको बता दें कि इंडिया ने साल 2007 में हुआ विश्वकप भी धोनी की कप्तानी में ही जीता था. आइए आपको बताते हैं धोनी बिना मैदान में उतरे ही कैसे टीम इंडिया को जिता सकते हैं टी20 वर्ल्ड कप?

धोनी का अनमोल अनुभव

 टी20 वर्ल्ड कप में महेंद्र सिंह धोनी का अनुभव टीम इंडिया के बहुत काम आने वाला है. टी20 क्रिकेट की बात करें तो धोनी ने 98 टी20 इंटरनेशनल और 211 आईपीएल मैच खेले हैं. धोनी ने इन सभी मुकाबलों में विकेटकीपिंग की है. बतौर कप्तान उनके अनुभव की कोई कीमत नहीं. मैच कब, कहां और कैसे करवट बदल सकता है ये धोनी से ज्यादा शायद ही कोई क्रिकेटर जानता हो. टी20 वर्ल्ड कप में धोनी अपने अनुभव के दम पर ही टीम इंडिया को चैंपियन बना सकते हैं.

बैटिंग ऑर्डर पर धोनी की सलाह बना सकती है काम

 आईसीसी टूर्नामेंट में अकसर टीम इंडिया के बैटिंग ऑर्डर में समस्या दिखाई दी है. 2019 वर्ल्ड कप में भी चौथे नंबर के बल्लेबाज को लेकर असमंजस की स्थिति रही. टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया ने ऐसे बल्लेबाज टीम में चुने हैं जो किसी भी नंबर पर ताबड़तोड़ रन बना सकते हैं लेकिन किस बल्लेबाज को किस मौके पर भेजना है, उसे किस नंबर पर उतारना है? इन सवालों का जवाब धोनी से ज्यादा शायद ही कोई जानता होगा.

गेंदबाजी अटैक की रणनीति बनाने में माहिर रहे हैं माही

महेंद्र सिंह धोनी भले ही बेहतरीन बल्लेबाज और विकेटकीपर हैं लेकिन उन्हें गेंदबाजों का कप्तान कहा जाता है. दरअसल धोनी की सलाह अकसर गेंदबाजों के काम आती है. चाहे वो युजवेंद्र चहल हों, कुलदीप यादव हों, दीपक चाहर हों या फिर शार्दुल ठाकुर. ये सभी गेंदबाज अपनी सफलता में धोनी का बेहद अहम योगदान मानते हैं. धोनी टी20 वर्ल्ड कप 2021 के दौरान अपनी सलाह से गेंदबाजों की धार और ज्यादा तेज कर सकते हैं.

प्लेइंग इलेवन का सही चयन संभव

 टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप के लिए बेहद मजबूत स्क्वाड तो चुना है लेकिन किन खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में होना चाहिए और किसे बाहर ये फैसला करना भी बेहद अहम है. धोनी, विराट और रोहित शर्मा मिलकर मजबूत और संतुलित प्लेइंग इलेवन चुन सकते हैं.

महेंद्र सिंह धोनी की सबसे बड़ी खासियत ये है कि वो टीम इंडिया के हर खिलाड़ी को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं. क्या उनकी ताकत है और क्या कमजोरी ये उन खिलाड़ियों से ज्यादा धोनी को पता होता है. शायद यही वजह है कि वो औसत खिलाड़ियों को भी मैच विनर में तब्दील कर देते हैं. टी20 वर्ल्ड कप में भी माही अपना यही मैजिक दिखा सकते हैं.