Religious

आज से शुरू हुआ कार्तिक मास, ये करना शुभ माना जाता है

हिंदू रीति-रिवाजों में कार्तिक महीने को काफी महत्व वाला माना जाता है. इस साल कार्तिक का महीना 21 अक्टूबर से शुरू होने वाला है जो अगले महीने 19 नवंबर तक चलेगा. कार्तिक महीने को लेकर शास्त्रों में मान्यता है कि इस महीने में भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और सृष्टि में सुख, संपत्ति और आनंद की कृपा वर्षा होती है. इसके साथ ही एक मान्यता और भी है कि इस महीने में मां लक्ष्मी धरती पर भ्रमण करने के लिए उतरती हैं और अपने भक्तों को धन-धान्य से परिपूर्ण करती हैं. यही कारण है कि इस महीने में दान, स्नान और तुलसी पूजा को विशेष महत्व दिया जाता है. हालांकि इस महीने में कुछ खास बातों का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि कहा जाता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी नाराज हो जाते हैं.

क्या-क्या नहीं करें

शास्त्रों के अनुसार इस महीने अपने व्यवहार और आचरण को शुद्ध रखना चाहिए. कार्तिक महीने में मांस और मदिरा के सेवन को पूरी तरह से वर्जित बताया गया है. इतना ही नहीं मट्ठा तक खाने की मनाही है. कई लोगों को स्नान करने के बाद शरीर पर तेल लगाने की आदत होती है. लेकिन कार्तिक महीने में ऐसा करने से बचना चाहिए. हालांकि महीने के 1 दिन यानी नरक चतुर्दशी के दिन शरीर पर तेल लगाया जा सकता है. कहा जाता है कि कार्तिक महीने में सात्विक भोजन करना चाहिए इससे भगवान खुश होते हैं.

क्या खाने से करें परहेज

कार्तिक महीने में शुद्ध खानपान का काफी महत्व है. शास्त्रों के अनुसार कार्तिक महीने में उड़द की दाल, मूंग की दाल, मसूर दाल, चना, मटर और राई खाने से परहेज करना चाहिए. कहा जाता है कि कार्तिक महीने में ब्रह्मा चार्य रखने का भी अपना अलग महत्व है. कई ज्योति शास्त्री मानते हैं कि इस महीने में ब्रह्माचार्य का पालन करने से 2 गुना फल प्राप्त होता है. इस महीने में दोपहर में सोने को भी गलत बताया गया है. विशेषकर महिलाओं को दोपहर के समय कार्तिक महीने में सोने से बचना चाहिए.