By-electionMadhya Pradesh

कांग्रेस ने बदनावर अभिषेक सिंह की जगह अब कमल पटेल को उम्मीदवार बनाया ।

भोपाल। कांग्रेस ने बदनावर सीट से घोषित प्रत्याशी अभिषेक सिंह (टिंकू) का टिकट बदल दिया है, उनकी जगह कमल पटेल को प्रत्याशी बनाया है। हालाकि अधिकृत तौर पर कमल पटेल के नाम का ऐलान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी सूची में किया जाएगा। मेहगांव, मुरैना, ब्यावरा और बड़ा मलहरा से अभी प्रत्याशियों के नाम की घोषणा होना है। इसलिए इन नामों के साथ ही बदनावर से कमल पटेल के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
कांग्रेस ने 27 सितंबर को 9 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की थी, जिसमें बदनावर सीट युवा कार्यकर्ता अभिषेक सिंह (टिंकू) को प्रत्याशी बनाया था। टिंकू का कहना है कि मेरा टिकट ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी द्वारा घोषित किया गया था, मेरी समझ से बाहर है कि जिला कांग्रेस कमेटी दूसरे प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर सकती है।
उनका कहना है कि बावजूद इसके वे कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए काम करेंगे। भले ही टिकट किसी का हो। इधर, धार जिले के कांग्रेस अध्यक्ष बालमुकुंद गौतम का कहना है कि मैने तो शीर्ष नेतृत्व का जो फैसला सुनाया है। कमल पटेल बदनावर से कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। उधर, टिंकू के नाम की घोषणा के साथ ही उनका स्थानीय स्तर पर विरोध होने लगा था। इसकी वजह उनकी राजनीतिक पकड़ न होना बताया जा रहा है लिहाजा कांग्रेस पार्टी ने कमल पटेल को प्रत्याशी बनाया। पटेल लंबे समय तक बदनावर ब्लाक के अध्यक्ष रहे हैं। स्थानीय होने के नाते इनका नाम उभरकर सामने आया है। पटेल गुजराती राजपूत हैं और बदनावर विधानसभा में इस समाज के करीब 30 हजार वोटर हैं।
राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव के राजनीतिक सलाहकार रहे हैं पटेल
कांग्रेस के सोमवार को घोषित किए गए प्रत्याशी कमल पटेल वर्तमान में भाजपा की ओर से बदनावर सीट से प्रत्याशी राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव के कांग्रेस में रहते पिछले बीस सालों से राजनीतिक सलाहकार रहे हैं। वे दत्तीगांव के पिता के भी चुनाव का संचालन करते रहे हैं। 66 साल के पटेल की स्थानीय स्तर पर जबरदस्त राजनीतिक पकड़ है। वे बदनावर तहसील की सबसे बड़ी पंचायत कानवन से 15 साल तक सरपंच रहे हैं। इससे पहले उनकी पत्नी यहां से सरपंच रह चुकी है।
वर्तमान में उनका बेटा भगवत सिंह पटेल भी सरपंच है। कांग्रेस पार्टी को अभिषेक सिंह टिंकू का टिकट बदलने की बडी वजह यह भी रही कि वे युवा तो थे, लेकिन उनकी कार्यकर्ताओं पर पकड नहीं थी। साथ ही पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव में टिंकू ने कांग्रेस प्रत्याशी राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव के खिलाफ फार्म भरा था, उस दौरान दत्तीगांव की शिकायत पर टिंकू और उनके पिता का पार्टी से निष्कासन कर दिया या था। बाद में जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालुमुकुंद गौतम ने उनकी बहाली की।