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बमोरी में बोले कमलनाथ- महाराजा का क्षेत्र कहा जाने वाला आज तक विकास से अछूता क्यों है

गुना। कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम कमलनाथ ने बमोरी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, आज आजाद बमोरी में आकर अच्छा लगा, क्योंकि बमोरी गुलामी से आजाद हो गई। आपने पिछले चुनाव में मप्र को संदेश दिया था कि हम गुलाम नहीं रह सकते और आजादी का झंडा उठाकर बमोरी को आजाद किया। यहां आकर मुझे ताज्जुब हुआ कि बमोरी ऐसा क्षेत्र है, जहां कोई विकास नहीं होता।
प्रदेश में एक ही विधानसभा क्षेत्र बमोरी है, जहां एक भी कॉलेज नहीं है, जबकि यह ‘महाराजा’ का क्षेत्र रहा है। मैं भी चुनाव लड़ता हूं और 40 साल से जीत रहा हूं। क्योंकि, क्षेत्र की जनता का विश्वास जीता है, जिसे छिंदवाड़ा में देखा जा सकता है।
यह तंज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कसा। वे मंगलवार को बमोरी में कांग्रेस प्रत्याशी केएल अग्रवाल के समर्थन में जनसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को 15 महीने मिले थे, जिसमें किसानों की आत्महत्या, भ्रष्टाचार, महिला अत्याचार में प्रदेश का अव्वल होना चुनौती थी। इस कलंक को हम मिटा भी रहे थे, लेकिन नतीजा आपके सामने है। उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात ऐसे हैं कि प्रदेश के अस्पतालों में डाक्टर नहीं, डाक्टर के पास दवा नहीं, स्कूलों में शिक्षक नहीं, खंबे में तार नहीं, तार हैं पर बिजली नहीं! इधर, ‘वो’ मामा हूं, घुटने टेक रहा हूं, का नाटक कर जनता को मूर्ख बना रहे हैं। इस मौके पर जिलाध्यक्ष हरिशंकर विजयवर्गीय, मानसिंह परसौदा सहित पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता और ग्रामीण मौजूद थे।

महाराजा ने अंग्रेजों के सामने घुटने देक दिया था
चांचौड़ा विधायक लक्ष्‌मण सिंह ने कहा कि महाराजा महाराष्ट्र से और हम राजस्थान से आए थे। फर्क इतना है कि महाराजा ने अंग्रेजों के सामने घुटने टेककर और हमने घोड़े की पीठ पर बैठ अंग्रेजों को खदेड़कर राज कायम किया। सिंधिया जब से भाजपा में गए, तब से शिवराज घुटने टेकने लगे। जनता के नहीं, कलेक्टर-एसपी के और कहते हैं मैं टेंपररी हूं, परमानेंट कर देना।

संकट में विधायकों ने कर लिया वोटों का सौदायह भी पढ़ें
पूर्व मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने जनता से पूछा कि कोरोना संकटकाल में पड़ौस की विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव क्यों नहीं है! क्योंकि, वहां के विधायक बिके नहीं। बमोरी में इसलिए, क्योंकि बैंगलोर की मंडी में बमोरी के मतदाता का वोट बेच दिया गया। अब फिर उपचुनाव में दूसरी पार्टी से खड़े हो गए, शर्म भी नहीं आती।

शिवराज ने वोटों से नहीं नोटों से बनाई सरकार
पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने कहा कि भाजपा को लगा कि कमलनाथ अच्छा काम कर रहे हैं। पांच साल रहे, तो हमारा नाम लेने वाला नहीं बचेगा। भाजपा ने पहले सिंधिया को खरीदा, फिर सिंधिया ने मुंबई में खुली मंडी में बोली लगा दी। हमारी सरकार वोट से बनी थी, जबकि शिवराज ने नोट के आधार पर बनाई है।

कमलनाथ कर रहे जनता की सेवा
कांग्रेस प्रत्याशी केएल अग्रवाल ने कहा कि सिंधिया के साथ 22 बेइमान और बिकाऊ कांग्रेस को धोखा देकर चले गए। बहुमत को अल्पमत में लाकर सरकार गिराई, जबकि नाथ नौटंकी किए बिना जनता की सेवा कर रहे थे। मुझे सिंधिया ने लोस चुनाव के दौरान कांग्रेस में बुलाया था, लेकिन बच गया अन्यथा धोखा हो जाता। कमल नाथ के कार्यकाल को देखकर ही निर्दलीय से कांग्रेस में शामिल हुआ।