Madhya Pradesh

कमलनाथ को मिल सकती है कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी

कांग्रेस पार्टी पिछले कई दिनों से ख़बरों में बनी हुई है. कभी पंजाब के अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू की हालिया उठापटक को लेकर. तो कभी राजस्थान के अशोक गहलोत और सचिन पायलट को लेकर. एक और मामला सुर्खियाँ बना रहा है तो वह आलाकमान में चल रही फेरबदल की मामला. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से यह बात जोर पकड़ रही है कि आलाकमान में फेरबदल निश्चित है. और इस फेरबदल में कई बदलाव किये जाएंगे. कई लोगों को जिम्मेदारी मिलेगी तो कई लोगों को जिम्मेदारी से मुक्त किया जायेगा. कई लोगों को उनके काम व वफ़ादारी का इनाम मिलेगा तो कई जो पिछले काफी समय से सिर्फ पद पर बैठे हुए हैं, उनकी विदाई की जाएगी. खबर चल रही है कि इन सबके बीच गाँधी परिवार के करीबी कमलनाथ को अहम जिम्मेदारी मिलेगी.

दो तरह की चल रही हैं मांगे

2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गाँधी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद उनकी मां और पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी कार्यवाहक अध्यक्ष के तौर पर काम-काज संभाल रही हैं. पिछले लगभग दो सालों से सोनिया गाँधी इस पद पर अनमने मन से बनी हुई हैं. पार्टी में दो तरह के विचार चल रहे हैं. एक तो यह कि अध्यक्ष पद पर कोई गाँधी परिवार का सदस्य ही बना रहे है. और एक की नेतृत्व परिवर्तन हो. पिछले लगभग एक साल से दूसरे विचार पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है. इसके लिए कांग्रेस पार्टी के कुछ सदस्यों ने बाकायदा खुले मंच व पार्टी फोरम पर यह मांग भी उठाई. वहीँ दूसरी तरफ कुछ लोग चाहते हैं कि पार्टी के अध्यक्ष पद पर गाँधी परिवार का सदस्य बना रहे. इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि उनसे अलग हटकर पार्टी को कोई एकजुट नहीं रख पायेगा. 

राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं कमलनाथ

वहीं पार्टी कुछ लोगों का कहना है कि आलाकमान को किसी ऐसे सदस्य को अध्यक्ष बनाना चाहिए. जो गाँधी परिवार का न हो और आलाकमान का भरोसेमंद और नजदीकी हो. पहले इस नजरिये अहमद पटेल खरे उतरते थे. लेकिन उनके निधन के बाद यह जगह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ले ली है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि पार्टी लोकसभा में अपना नेता सदन में बदलाव करने वाली है. अभी तक लोकसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर अधीर रंजन चौधरी हैं, लेकिन अब उनकी जगह किसी और नेता बनाया जा सकता है. कहा जा रहा है कि पार्टी यह जिम्मेदारी राहुल गाँधी को सौंप सकती है. जिसके बाद कमलनाथ को राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जाएगी.  

माना जाता है कि अहमद पटेल के निधन के बाद कमलनाथ गाँधी परिवार के काफी करीब आ गये हैं. खुद सोनिया गाँधी तमाम फैसलों में कमलनाथ से राय लेती हैं. जिसके आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि कमलनाथ को राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है. अगर किसी कारणवश कमलनाथ को यह जिम्मेदारी नहीं दी जाती है तो उन्हें अहमद पटेल वाला काम सौंपा जा सकता है. मतलब की सोनिया गांधी का सलाहकार. इस दशा में पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी को बनाया जायेगा. लेकिन यहाँ ध्यान रखना होगा कि खुद राहुल गाँधी कई मौकों पर साफ़ कह चुके हैं कि वो राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनेगें. उन्होंने साफ़ कहा है कि इस बार यह पद गाँधी परिवार से इतर किसी व्यक्ति को मिलना चहिये. जिसके बाद यह उम्मीद की जा रही है कि वः व्यक्ति गाँधी परिवार का कोई भरोसेमंद और करीबी ही होगा. जिसमें अभी इस वक्त सिर्फ कमलनाथ ही नजर आ रहे हैं.