पेगासस के जरिए जासूसी कराके कमलनाथ सरकार गिरायी गयी
इजरायली स्पाइवेयर पेगासस के जरिए जासूसी कराने के मामले में एक के बाद एक कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. इसी बीच अब मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने आशंका जताई है कि राज्य में चुनी हुई कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भी इजरायली स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अंदेशा जाहिर करते हुए कहा है कि जिस तरह कर्नाटक में पेगासस के जरिए ऑपरेशन लोटस को अंजाम दिया गया यहां भी सरकार गिराने का षड्यंत्र रचने के लिए पेगासस से हैकिंग हुई होगी.
बीजेपी में जाने वाले नेताओं और उनके करीबियों की जासूसी
कमलनाथ ने कहा है की पूरे देशभर में 300 फोन टैप हुए. आने वाले दिनों में अभी और खुलासे होंगे. फ्रांस ने इस पर जांच भी शुरू की है. दुनियाभर में 55 हजार लोगों को पेगासस का टारगेट बनाया गया. क्या पता सीएम शिवराज सिंह चौहान का भी फोन हैक किया गया हो. बैंगलोर के होटल में कांग्रेस विधायक कर्मचारियों से बात करते थे कि उनके फोन टैप हो रहे हैं.
दरअसल, 2020 के मार्च में कांग्रेस के करीब 28 विधायक गायब हो गए थे. सभी विद्यायकों ने बैंगलोर में डेरा जमा किया था जिससे कमलनाथ सरकार विधानसभा में अल्पमत में आ गई. इसी के बाद राज्य में 14 महीनों के भीतर चुनी हुई सरकार गिराने में बीजेपी कामयाब हुई. बीजेपी ने इस दौरान खरीद-फरोख्त से इनकार कर दिया था. हालांकि, बाद में ये सभी विधायक बीजेपी की टिकट पर उपचुनाव लड़े जिससे खरीद फरोख्त की आशंका गहरा गयी. अब पेगासस रिपोर्ट आने के बाद माना जा रहा है की सिंधिया के अलावा बीजेपी में जाने वाले नेताओं और उनके करीबियों की जासूसी कर उनकी कमजोर नब्ज पकड़ी गई, उन्हें ब्लैकमेल किया और फिर वो तख्तापलट में साथ आने को मजबूर हुए.