कमलनाथ ने किसानों की कर्ज माफी को लेकर शिवराज-सिंधिया दी ‘खुली चुनौती’
इंदौर। इंदौर के सांवेर विधानसभा के गांव अर्जुन बड़ोदा गांव में आयोजित सभा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, मेरी सरकार ने राज्य के 26 लाख किसानों का कर्ज माफ किया था। मैं शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया को खुलेआम चुनौती देता हूं कि वो मेरी इस बात का खंडन कर के दिखाएं।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि उनकी अगुवाई वाली पिछली कांग्रेस सरकार ने सूबे में 26 लाख किसानों का कर्ज माफ किया था। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया को ‘खुली चुनौती’ देते हुए कहा कि वो उनके इस दावे का खंडन कर के दिखाएं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दल-बदल कर बीजेपी में शामिल होने के बाद सिंधिया इन दिनों कांग्रेस के खिलाफ ‘चिल्ला-चिल्लाकर’ बयानबाजी कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस में रहने के दौरान वो किसान कर्ज माफी को लेकर उनकी अगुवाई वाली पूर्ववर्ती सरकार की तारीफ करते थे। उन्होंने राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर झूठी घोषणाएं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने मुख्यमंत्री रहने के दौरान घोषणाओं की राजनीति कभी नहीं की।
‘अधिकारी अपनी जेब में BJP का बिल्ला लगाकर न घूमें’
कमलनाथ ने बीजेपी शासित राज्य के पुलिस और प्रशासन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दमन का आरोप लगाते हुए कहा आईजी हों या डीआईजी, अपनी वर्दी की इज्जत कीजिएगा। वरना आप खुद समझ लीजिएगा कि उपचुनावों के बाद आपकी वर्दी कहां जाएगी?
73 वर्षीय कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि मैं सरकारी अधिकारियों से कहना चाहता हूं कि वो अपनी जेब में बीजेपी का बिल्ला रखकर न घूमें। सूबे की सत्ता हासिल करने के लिए बीजेपी पर प्रजातंत्र और संविधान से खिलवाड़ का आरोप लगाते हुए कमलनाथ ने कहा संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर ने कभी नहीं सोचा था कि देश में बोली लगाकर सौदेबाजी की राजनीति होगी।
उन्होंने कहा कि हमने तो वोटों से सरकार बनाई थी। अब तो नोटों से सरकार बन गई है। छोटा सौदा तो छिप जाता है लेकिन बड़ा सौदा छिपता नहीं है.