BhopalBy-electionMadhya PradeshPolitics

खोखले वादों से दूर अपने किये वादों को पूरा करने में विश्वास रखते हैं कमलनाथ

कमलनाथ जी के साल हमारे कार्यकाल में से ढाई महीने तो लोकसभा चुनावों की आदर्श आचार संहिता के कारण निकल गये. इस तरह उन्हें जितना भी समय मिला उन्होंने मध्य प्रदेश की जनता के लिए कार्य किया. इस अवधि में कमलनाथ ने सूबे में विकास की नयी शुरूआत करते हुए अपनी सही नीतियों और नीयत का परिचय दिया है. “उन्होंने कहा, “हम सूबे के नौजवानों और किसानों के भविष्य की चुनौतियों के मुताबिक विकास का नया नक्शा बनायेंगे. हम रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिये निवेश का वातावरण बनायेंगे, ताकि उद्योगपति पूंजी लगाने के लिये अपने आप मध्यप्रदेश आयें.” 


कमलनाथ ने चंद महीनों के कार्यकाल में वो कर दिखाया जो शिवराज सरकार 15 सालों में नहीं कर पायी.

पौने दो लाख अध्यापकों को दीपावली का तोहफा

मध्य प्रदेश सरकार ने एक लाख 84 हजार अध्यापकों को दीपावली का तोहफा दिया जायेगा. इन अध्यापकों को सातवें वेतनमान का लाभ दिया जायेगा. अध्यापकों को सातवें वेतनमान का लाभ मिलेगा. कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में अध्यापकों को यह लाभ देने का वादा किया था.

प्रदेश में स्टीम शिक्षा पद्धति लागू करने की तैयारी

कमलनाथ सरकार प्रदेश में स्टीम शिक्षा पद्धति लागू करने की तैयारी में है. इस प्रणाली को अमेरिका, रूस, फिनलैंड, ब्रिटेन, साउथ कोरिया जैसे देशों ने अपनाया है.
भोपाल में आयोजित स्टीम कॉनक्लेव में सीएम कमलनाथ ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव की ज़रूरत बताई.

नए उद्योगों के लिए 31 हजार 500 करोड़

सरकार के मुताबिक इस साल जनवरी से लेकर सितंबर तक राज्य में नए उद्योगों के लिए 31 हजार 500 करोड़ का काम शुरू हुआ है. कमलनाथ सरकर के कामकाज से एक लाख लोगों को रोजगार मिल चुका है. उम्मीद है कि नए एक लाख 5 हजार करोड़ के इन्वेस्टमेंट के बाद आगे दो लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.

कुछ महीनों की सरकार में कमलनाथ सरकार ने इतना सोच और करके दिखाया तो सोचिये ज़रा की 5 सालों में वो मध्य प्रदेश की काया पलट सकते हैं