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जस्टिस एनवी रमन्ना होंगे देश अगले मुख्य न्यायाधीश

देश के 47 वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जस्टिस एसएस बोबडे का कार्यकाल अप्रैल में पूरा हो रहा है. परम्परा के अनुसार चीफ जस्टिस एसएस बोबडे ने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर एनवी रमन्ना के नाम की सिफारिश की है.

बता दें कि वर्तमान में सीजेआई एसए बोबडे के बाद रमन्ना ही सुप्रीम कोर्ट में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं.गौरतलब है कि न्यायमूर्ति बोबडे 23 अप्रैल को रिटायर हो जाएंगे। ऐसे में 24 अप्रैल को भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में एनवी रमन्ना अपना कार्यभार संभालेंगे.

जानिए जस्टिस एनवी रमन्ना

जस्टिस एनवी रमन्ना का पूरा नाम नाथुलापति वेंकट रमन्ना है. मूल रूप से वह आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के निवासी हैं. उनका जन्म 27 अगस्त, 1957 को हुआ था. साल 2017 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया और अब देश के 48वें मुख्य न्यायाधीश होंगे. उनका यह कार्यकाल लगभग 1 साल 2 महीने का होगा. रमन्ना 26 अगस्त 2022 को सेवानिवृत्त होंगे. ऐसे में मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनका कार्यकाल एक साल का होगा. जस्टिस रमन्ना ने 1983 में वकालत का काम शुरू किया था. जब आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री थे, तब उन्हें आंध्र प्रदेश सरकार में एडिशनल एडवोकेट जनरल बनाया गया था.

2014 में बने थे सुप्रीम कोर्ट में जज

एक मामूली किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले जस्टिस रमन्ना ने साइंस और कानून में स्नातक की डिग्रियां हासिल की है. उन्होंने पहले आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट, केंद्रीय प्रशासनिक ट्राइब्यूनल और फिर सुप्रीम कोर्ट में वकालत की है. जस्टिस रमन्ना राज्य सरकारों की ऐजेंसियों के लिए पैनल काउंसिल के तौर पर भी काम करते रहे हैं. जून, 2000 में उन्हें आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में स्थायी जज के तौर पर नियुक्त किया गया था.

इसके बाद वे साल 2013 में मार्च से लेकर मई तक आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में एक्टिंग चीफ जस्टिस रहे. 2 सितंबर 2013 में उनकी पदोन्नति हुई और उन्हें दिल्ली हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया. साल 2014 में 17 फरवरी को उन्हें सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया.