पत्रकारों ने ढूँढ निकाला दुनिया के नामीगिरामी लोगों का कालाधन
विदेशों में अवैध निवेश और टैक्स चोरी के मामले में बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. इस खुलासे में भारत के तीन सौ से ज्यादा नामचीन हस्तियों के नाम सामने आए हैं. जिसमें क्रिकेट के गॉड सचिन तेंदुलकर और उद्योगपति अनिल अंबानी का नाम शामिल बताया जा रहा है.
इस खुलासे को पैंडोरा पेपर्स लीक नाम दिया गया है. इसे इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट ने खोजपरक सूचनाओं को एकत्रित करके किया है. पैंडोरा पेपर्स लीक में दुनियाभर में 90 देशों के 330 से ज्यादा राजनेताओं के नाम हैं. पाकिस्तानी पीएम इमरान खान का नाम भी इन लोगों की सूची में शामिल है. भारत के 60 अन्य शख्सियतों के बारे में जल्द खुलासा हो सकता है. इनके खिलाफ भी ICIJ को सबूत हाथ लग गए हैं.
खुलासे के मुताबिक सूची में शामिल शख्सियतों ने टैक्स चोरी के लिए अवैध रास्ते अपनाए. एक अनुमान के मुताबिक इस वजह से दुनिया भर की सरकारों को हर साल टैक्स के तौर पर 600 डॉलर का नुकसान हुआ. खुलासा करने वाली संस्था ICIJ का कहना है कि सूची में शामिल लोगों ने बेनामी कंपनी बनाकर विदेशों में 5.6 ट्रिलियन डॉलर से लेकर 32 ट्रिलियन डॉलर तक जमा कराए हैं.
भारत के तीन प्रमुख नाम
भारत से तीन प्रमुख नाम टैक्स चोरी और बेनामी कंपनी के मामले में सामने आए हैं. पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, उद्योगपति अनिल अंबानी और भगौड़ा कारोबारी नीरव मोदी के नाम अव्वल हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रिटेन की अदालत में खुद को दिवालिया घोषित कर चुके उद्योगपति अनिल अंबानी के पास विदेशों में 18 कम्पनियां हैं. जिनमें लगभग 1.3 बिलियन डॉलर का निवेश बताया जा रहा है.
वहीं नीरव मोदी के बारे में खुलासा हुआ है कि उसके भारत छोड़कर भागने से ठीक एक महीने पहले ट्रस्ट बनाकर पैसों की हेराफेरी की थी. इसके साथ ही सचिन तेंदुलकर के बारे में खुलासा हुआ है कि 2016 में पनामा पेपर्स लीक मामला सामने आने के ठीक तीन महीने बाद सचिन ने वर्जिन आइलैंड में स्थित अपनी कंपनी को बेचने की कोशिश की थी.
मुंबई में रियल स्टेट क्षेत्र में व्यवसाय करनेवाले लोगों का समूह जिनपर भारतीय बैंकों का 88000 करोड़ से ज्यादा का बकाया है और जो खुद को दिवालिया घोषित कर चुके हैं उनके भी ऑफशोर निवेश के खुलासे इस पैंडोरा बॉक्स के खुलने के साथ ही सामने आए हैं. इस ग्रुप के कई व्यवसायी जेल में हैं.