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जीतू पटवारी ने कहा- सांवेर विधानसभा में 100 रुपए की साड़ी के साथ बांटा जा रहा कोरोना

इंदौर। इंदौर के सांवेर में गरीब जनता को 100 रुपए की साड़ी के साथ मुफ्त में कोरोना बांटा जा रहा है। यह आरोप पूर्व मंत्री व वरिष्ठ नेता जीतू पटवारी ने रेसीडेंस कोठी के बाहर हुए प्रेसवार्ता में लगाया। इससे पहले इंदौर में रेसीडेंसी कोठी पर होने वाली कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस पर प्रशासन द्वारा रोक लगाने पर वरिष्ठ नेता जीतू पटवारी ने रेसीडेंसी से बाहर प्रेस वार्ता की। कांग्रेसियों ने पहले प्रशासन के समक्ष विरोध जताया फिर रेसीडेंसी कोठी के बाहर ही मीडिया से बात करते हुए शासन-प्रशासन को जमकर खरीखोटी सुनाई।
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि ऐसा कर सरकार हमारी आवाज दबाना चाहती है। रेसीडेंसी कोठी में तो सभी जनप्रतिनिधि चर्चा करते हैं, फिर हमें क्यों रोका गया। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन तो कह रही है हम तो इंदौर और प्रदेशवासियों को मारना चाहते हैं। क्योंकि शासन-प्रशासन के सानिध्य में शोभा यात्रा निकल रही है। 100 रुपए की साड़ी के नाम पर भीड़ लगाकर मटके बांटे जा रहे हैं।

पटवारी ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कलेक्टर ने कहा था कि तीन हजार लोग विदेशों से आए, जिनसे कोरोना फैला। लेकिन तीन हजार में से एक हजार विदेशों से आए लोग तो अब तक नहीं मिले हैं। प्रशासन का काम अच्छी बुरी खबर बताना नहीं, अच्छी व्यवस्था देना है। इंदौर के साथ जो पाप कर रहे हैं, इसे इनकी सजा देनी ही होगी। अस्पताल की लूट और सरकारी की छूट इंदौरी अच्छे से जानते हैं। प्रशासन ने अस्पतालों को लूटने की छूट दे दी गई है।

दीपावली तक 50 हजार से ज्यादा मरीज होंगे
कांग्रेस का अनुमान है कि कोरोना का कहर और अधिक बढ़ने वाला है। अस्पताल में जगह नहीं मिलेगी। दीपावली तक 50 हजार मरीज हो जाएंगे। हम कहना चाहते हैं कि प्रशासन उस हिसाब से अपनी तैयारी करे। एक बार फिर से आप युद्ध स्तर पर काम करो। मेघदूत और चिड़ियाघर खोलने की बजाय हमारा ध्यान इस महामारी से निपटने पर होना चाहिए। सभी लोग इस बीमारी से खुद बचने की कोशिश करें, क्योंकि शासन-प्रशासन का तो कहना है कि हम तो आपको मारने पर तुले हैं। सरकार और प्रशासन यह कह रहा है कि हम प्रदेश और इंदौरवासियों को मारना चाहते हैं। क्योंकि सरकार के सानिध्य में कलश यात्रा निकल रही है, ऐसे में सरकार खुद कह रही है भीड़ बढ़ाओ और कोरोना घर ले जाओ, आखिरी में मरो।


100 रुपए की साड़ी के साथ बांट रहे कोरोना
जीतू पटवारी ने कहा कि ये लोग बीमारी में भी नफरत फैला रहे हैं। हमें रेसीडेंसी कोठी में भीतर जाने से रोक दिया गया तो हमने बाहर जमीन पर बैठकर आपसे बात कर ली। हम अहंकारी लोग नहीं हैं। सांवेर में रोज कलश यात्रा निकल रही है। भीड़ बढ़ रही है, 10 साल की बच्चियों को कहा जा रहा है कि आओ बेटा 100 रुपए की साड़ी लेकर जाना। 70 रुपए का हंडा भी लेकर जाना। साथ में कोरोना भी लेकर जाना जिससे तेरे घर के बुजुर्ग मर जाएं। प्रशासन कहती है हम भाजपा के नौकर हैं, जो वह बोलेगी हम करेंगे।

एक मंत्री कोरोना का सबसे बड़ा खलनायक
सिलावट पर बिना नाम लिए पटवारी ने हमला बोलते हुए कहा कि जब कोराेना आया तो हमारे इंदौर लोकसभा के मात्र एक मंत्री ने कोरोना को आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि मैं तो बेंगलुरु भाग जाऊंगा, कोराेना फैले तो फैले मैं तो चुनाव लडूंगा। कोरोना के एक मात्र खलनायक मंत्री को सांप सूंघ गया है कि इतनी बड़ी लूट हो रही है तो वे बोल नहीं पा रहे हैं। क्या उनका भी हिस्सा है। हमारी यही मांग है कि इस लूट को जल्दी से रोको। मैंने भोपाल में एक पीसी के दौरान अस्पताल में कॉल किया तो एक बेड भी खाली नहीं मिला।

आपदा प्रबंधन कमेटी में हारे विधायकों को रखा, लेकिन हमें जगह नहीं दी

आपदा प्रबंधन कमेटी पर हमला बोलते हुए कहा कि कमेटी में आपदा से निपटने वाले विशेषज्ञों को नहीं रखा गया। भाजपा के संगठन के लोगों, विधायकों और हारे हुए विधायकों को भी कमेटी में रखा, लेकिन हम कांग्रेसी विधायकों को उसमें जगह नहीं दी गई। ऐसी आपदा में भी इन्हें कांग्रेस और भाजपा दिखाई दे रही है। जबकि हम बार-बार कह रहे हैं कि हम इस महामारी में आपके साथ हैं। पर ये कलेक्टर से कहते हैं कि इन्हें बुलाया तो आपका तबादला करवा देंगे। कलेक्टर को तबादले का डर है।


कोरोना के इलाज के लिए कहां से 5 लाख लाएगा आमजन
पटवारी ने कहा कि कोरोना के एक दिन के इंजेक्शन का डोज 50 हजार रुपए का है। पांच इंजेक्शन लगते हैं, ढाई लाख रुपए लगेंगे। दो डोज लगे तो पांच लाख रुपए। कहां से आम जनता लाएगी। प्रधानमंत्री ने आपदा काे अवसर समझने को कहा, यहां तो यह भ्रष्टाचार का अवसर बन गया। कोविड-19 का सरकार का अस्पतालों से एग्रीमेंट लेन-देन का है। फ्री में कुछ भी नहीं, जनता सब देख रही है। पटवारी ने कहा कि दिल्ली की तर्ज पर इंदौर में भी गरीबों के लिए एक अस्थाई अस्पताल बनाना चाहिए। आने वाले समय में लाेगों को रोड पर मरना पड़ेगा अस्पताल में जगह नहीं मिलेगी। जिला प्रशासन और सरकार इसकी तैयारी करे।