जबलपुर आज है सियासी अखाड़ा
जबलपुर आज सियासी अखाड़ा बना हुआ है. दरअसल आज जहां जबलपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दौरा है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी भाजपा के कार्यक्रम को टक्कर देने की योजना बनाई है. बलिदान दिवस के मौके पर कांग्रेस आज जबलपुर में बाइक रैली और अन्य आयोजन करेगी. पार्टी के कई बड़े नेता इन कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
पूर्व सीएम दिग्विजय समेत इन नेताओं का जमावड़ा
कांग्रेस के विभिन्न कार्यक्रमों के लिए पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया समेत प्रदेश के अन्य आदिवासी नेता और पार्टी के आदिवासी विधायकों का जमावड़ा लगेगा. बता दें कि अमित शाह आज जबलपुर दौरे पर हैं, ऐसे में भाजपा नेताओं का भी यहां जमावड़ा रहेगा. दोनों ही पार्टियां आदिवासी वोटों को अपने पाले में लाने की कोशिशों में जुटी हैं. चूंकि जबलपुर महाकौशल इलाके का हिस्सा है और महाकौशल इलाका आदिवासियों का गढ़ माना जाता है. यहां के मंडला, छिंदवाड़ा जिले आदिवासी बहुल हैं. यही वजह है कि आज दोनों पार्टियां जबलपुर में अपनी-अपनी ताकत दिखाने में जुटी हैं.
आदिवासी वोट बैंक को लेकर खींचतान
महाकौशल इलाके में 38 विधानसभा सीटें पड़ती हैं. यही वजह है कि आदिवासी वोट पाने के लिए महाकौशल में अपनी पैठ बनाना जरूरी माना जाता है. महाकौशल में जबलपुर, कटनी, डिंडौरी, मंडला, नरसिंहपुर, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा जिले आते हैं. भाजपा की तरफ से यहां के सांसद राकेश सिंह और अजय विश्नोई, जालम सिंह, प्रह्लाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, अंचल सोनकर और अशोक रोहणी की गहरी पैठ है. वहीं कांग्रेस की तरफ से कमलनाथ इलाके के बड़े नेता माने जाते हैं.