घायल 14 साल के बच्चे ने तीन चोरों से बचाई साइकिल
इंदौर। इंदौर में एक 14 साल के बच्चे ने बहादुरी का परिचय देते हुए न सिर्फ अपनी साइकिल बचाई बल्कि उन तीनों चोरों को भागने के लिए भी मजबूर कर दिया। इंदौर के समाजवाद नगर में ट्रैफिक थाने के पीछे गुरुवार रात 1.30 बजे बदमाश एक साइकिल चुरा रहे थे। खटपट की आवाज सुनकर घर का 14 साल का बच्चा बाहर आया तो बदमाश साइकिल का ताला तोड़कर चेन काटते दिखे। वह शोर मचाते हुए बदमाशों पर झपट पड़ा। दो बदमाश तो पीछे हट गए, लेकिन तीसरे ने उसके हाथ पर ब्लेड से चार-पांच वार कर दिए। बच्चे ने इसके बाद भी साइकिल नहीं छोड़ी। इस बीच घरवाले आ गए तो बदमाश भाग गए।
नौवीं के छात्र कृतार्थ राठौर ने बताया नानी और मामा रात एक बजे सोने चले गए। आधे घंटे बाद कुछ काटने की आवाज आई। मैं डंडा लेकर बाहर आया तो देखा तीन बदमाश मेरी साइकिल का ताला तोड़कर चेन काट रहे थे। मैं उनके पीछे भागा। वे तीनों 20 से 25 साल के होंगे। दो ने टी शर्ट और एक ने शर्ट पहन रखी थी। शोर मचाने पर दो बदमाश भागकर दूर खड़े हो गए, तीसरा धमकी देते हुए साइकिल खींचने लगा। मैंने एक हाथ से साइकिल पकड़ी और दूसरे से बदमाश को भगाने लगा। उसने ब्लेड निकाली और मेरे हाथ पर मारने लगा। मैं तेज-तेज से चिल्लाने लगा। तभी मामा गैलरी में आ गए। उन्हें बाहर आता देख तीनों भाग गए।
कृतार्थ की नानी दीप्ति बोड़ाने ने बताया कि आठ दिन में चोरी की यह तीसरी वारदात है। आठ दिन पहले घर में पीछे से दरवाजा उचकाकर एक चोर आ गया था। वह मोबाइल उठाने की कोशिश कर रहा था, तभी चोर का पैर कृतार्थ के पैर पर रखाया। कृतार्थ चीखा तो वह भाग गया था। आवाज सुनकर मामा अमित बोडाने भी जाग गए थे। वह लट्ठ लेकर चोरों के पीछे भागे, लेकिन गलियों में वह भाग गया था। तीन दिन पहले पास में रहने वाले एक किराएदार के घर से बदमाश साइकिल चुरा ले गए थे।