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पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त- ओलंपिक में भारत को अभी भी है पदकों की उम्मीद

ओलिंपिक गेम्स में आज सुबह भारत एक और पदक से चूक गया। गोल्फ में अदिति अशोक के शानदार प्रदर्शन ने एक उम्मीद जगाई थी कि इस गेम से भारत की झोली में एक पदक आ सकता है, लेकिन आखिरी स्ट्रोक चूकने की वजह से भारत की यह उम्मीद भी टूट गई। हालांकि ऐसा नहीं है कि अब हम पदक की दौड़ से पूरी तरह बाहर हो गए हैं। कुश्ती और भाला फेंक दो ऐसे गेम हैं जो अभी भी भारत की झोली में पदक डाल सकते हैं। वो कहते हैं न कि ‘पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त।’

स्टार जैवलीन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा तोक्यो ओलिंपिक में भारत को ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स में एक पदक दिला सकते हैं। नीरज ने क्वॉलीफिकेशन में 86.65 मीटर दूर भाला फेंक फाइनल के लिए क्वॉलीफाई किया था, तब वह अपने ग्रुप में टॉप पर थे। वैसे तो जैवलीन थ्रो फाइनल के लिए कुल 12 एथलीटों ने क्वॉलीफाई किया है, लेकिन नीरज चोपड़ा के पिछले परफॉर्मेंस को देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि इस ओलिंपिक में भारत को एक और मेडल मिल सकता है।

दिलचस्प बात यह है कि इस मुकाबले में भारत के साथ पाकिस्तान भी उतरेगा। नीरज चोपड़ा भारतीय समयानुसार शाम 4:30 बजे ट्रैक पर उतरेंगे।

ओलिंपिक गोल्ड मेडल जीतने का बजरंग पूनिया का सपना भले ही इस बार टूट गया हो, लेकिन अभी भी वह भारत की झोली में एक ब्रॉन्ज मेडल डाल सकते हैं। दरअसल, पूनिया सेमीफाइनल में अजरबैजान के पहलवान हाजी अलीव से 5-12 से हार गए थे। अब ब्रॉन्ड मेडल पर कब्जे के लिए आज पूनिया का मुकाबला रूसी पहलवान गदझिमुराद राशिदोव से होगा। यह मुकाबला भारतीय समयानुसार शाम 3:55 बजे से खेला जाएगा।

तोक्यो ओलिंपिक में भारत के खाते में अबतक कुल 5 पदक आए हैं जिनमें से 2 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज है। इस ओलिंपिक में पहले ही दिन मीराबाई चानू ने भारत को सिल्वर मेडल दिलाकर खाता खोला था। इसके बाद बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने भारत को कांस्य पदक दिलाया। बॉक्सर लवलीना ने भी कांस्य पदक जीता। वहीं, कुश्ती में रवि दहिया ने भी भारत को सिल्वर मेडल दिलाया। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने भी 41 साल के सूखे को खत्म करते हुए ओलिंपिक में ब्रॉन्ज की बारिश की। अब अगर आज के बचे दो मैचों में भारत के खाते में पदक आते हैं तो यह ओलिंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन होगा। इससे पहले भारत ने 2012 में हुए लंदन ओलिंपिक में 6 पदक जीते थे।