सरकारी बंगला खाली करने पर बौखलाई इमरती देवी
डबरा: प्रदेश की पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस देना पीडब्ल्यूडी के अधिकारी के लिए महंगा पड़ गया. शासन ने नोटिस भेजने वाले पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री को उनके पद से हटा दिया है. शर्मा को ग्वालियर से हटाकर भोपाल अटैच कर दिया गया है.
शर्मा ने इमरती देवी को ग्वालियर में मिला सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस भेजा था. नोटिस में कहा गया था कि इमरती देवी को शासकीय बंगला मंत्री पद पर कार्यकाल की अवधि के लिए आवंटित किया गया था, लेकिन अब वे किसी पद पर नहीं हैं. इसलिए उन्हें यह बंगला तत्काल खाली कर विभाग को सौंप देना चाहिए.
जानकारी के मुताबिक नोटिस मिलने के बाद से इमरती देवी बेहद गुस्से में थीं. उन्होंने सरकार और पार्टी संगठन में यह मामला उठाने की धमकी दी थी. अब उनकी धमकी का असर है या कुछ और, लेकिन रविवार शाम होने से पहले ही संबंधित अधिकारी को भोपाल अटैच करने का आदेश जारी हो गया.
इमरती देवी को कमलनाथ सरकार में मंत्री बनने के बाद झांसी रोड का बंगला क्रं. 44 A आवंटित किया गया था. यह बंगला पहले शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे जयभान सिंह पवैया को मिला था. उनके चुनाव हारने के बाद इमरती देवी को ग्वालियर में यह बंगला पसंद आ गया था. बता दें कि शिवराज सिंह कैबिनेट में मंत्री रहीं इमरती देवी उपचुनाव में डबरा से हार गई थीं. इसके बाद उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था.