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अगर मीडिया रिपोर्ट्स सही हैं तो आरोप बेहद गंभीर हैं पेगासस की जांच जरूर होगी: सुप्रीम कोर्ट

पेगासस जासूसी कांड को लेकर देशभर में हो रहे हंगामे के बीच सुप्रीम कोर्ट में आज अहम सुनवाई हुई. जासूसी कांड पर टिप्पणी करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना ने कहा कि ये बेहद गंभीर आरोप हैं. सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में कहा की पेगासस एक दुष्ट और कपटी तकनीक है.

कपिल सिब्बल ने तर्क दिया कि देश के प्रमुख पत्रकार, जनप्रतिनिधि, संवैधानिक संस्थाओं के अधिकारी, कोर्ट के जज, शिक्षाविद सभी को पेगासस स्पाइवेयर का टारगेट बनाया गया है. यह तकनीक केवल सरकार को बेची जाती है, निजी संस्थाएं इसकी खरीददार नहीं हो सकती. ऐसे में अब केंद्र सरकार को जवाब देना होगा कि इसे किसने खरीदा? हार्डवेयर कहां रखा गया था? और सरकार ने FIR क्यों नहीं दर्ज की?

इसपर चीफ जस्टिस रमन्ना ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स में जो बताया गया है अगर वो सही है तो ये आरोप काफी गंभीर हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इसपर केंद्र का पक्ष जानने के बाद ही हम नोटिस जारी करेंगे. मामले की अगली सुनवाई मंगलवार को होगी.