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कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक की ईमानदारी, रहने के लिए घर तक नहीं

कहते हैं कि पुराने नेताओं में ईमानदारी कूट कूट कर भरी होती थी. इसी बात का जीता जागता उदहारण हैं कॉंग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक हरिद्वार पाण्डेय. जोकि अब बेघर हो चुके हैं. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के मानीराम स्थित खपरैल का मकान गिर जाने से कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक हरिद्वार पांडेय बेघर हो गए हैं. स्थिति यह हो गई है कि बहू और चार पोते-पोतियों के साथ पूरा परिवार बरामदे में रहने को मजबूर है. मकान गिरने की खबर पाकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव विश्वविजय सिंह सोमवार को उनके घर पहुंचे.

हरिद्वार पांडेय 1980-85 में मानीराम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी से विधायक रहे. उस वक़्त उनकी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा की खूब बातें होती थीं. 88 साल की उम्र में उनके पास जमापूंजी के नाम पर मानीराम में करीब ढाई बीघा जमीन और एक खपरैल का मकान है. पिछले दिनों खपरैल का मकान भी बारिश की भेंट चढ़ गया. चारों कमरे तेज बारिश की वजह से गिर गए. अब घर के नाम पर बस एक बरामदा बचा रह गया.

पूर्व विधायक हरिद्वार पांडेय आज की चकाचौंध वाली राजनीति के अपवाद और एक उदहारण हैं. ईमानदारी की भावना इतनी प्रबल रही कि विधायक रहने के बावजूद वह एक ठीकठाक मकान तक नहीं बनवा सके. हरिद्वार पांडेय पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीर बहादुर सिंह के करीबी मित्र रहे हैं. लेकिन इतना सब कुछ होने के बावजूद भी उनके पास रहने के लिए घर तक नहीं है.