Madhya PradeshNational

नरसिंहपुर में हाथरस जैसी घटना : पुलिस के रिपोर्ट नहीं लिखने पर गैंगरेप पीड़िता ने 3 दिन बाद की खुदकुशी, परिजनों किया गया प्रताड़ित

  • परिजनों का आरोप- न्याय की गुहार लगाते महिला और उसके परिजनों से पुलिस ने की गाली-गलौज, पति और जेठ को लॉकअप में बंद किया
  • 28 सितंबर को खेत में घास काटने गई महिला से गांव के ही तीन लोगों ने किया था सामूहिक दुष्कर्म
    नरसिंहपुर। नरसिंहपुर जिले के चीचली थानांतर्गत एक गांव में अनुसूचित जाति की महिला (35) के साथ गांव के ही तीन लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। न्याय के लिए तीन दिन तक पुलिस थाने व गोटी टोरिया पुलिस चौकी के चक्कर पीड़िता काटती रही, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। पुलिस की अनुसुनी और तानों से आहत महिला ने आखिरकार शुक्रवार सुबह घर पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतका के पति ने पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद से पुलिस प्रशासन हरकत में आया है।
    पीड़िता के आत्महत्या करने के बाद पुलिस ने दुष्कर्म के आरोप में तीन लोगों और खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप में पड़ोसी व एक अन्य महिला के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया है। गोटीटोरिया पुलिस चौकी प्रभारी एमएल कुड़ापे को निलंबित कर दिया है। मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने एसपी से जवाब-तलब किया है। एडीशनल एसपी व एसडीओपी को हटाने व चौकी प्रभारी पर प्रकरण दर्ज करने के निर्देश भी दिए हैं। वहीं पीड़िता की एफआईआर दर्ज नहीं करने के कारण चौकी प्रभारी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने के निर्देश दिये हैं। गोटीटोरिया पुलिस चौकी प्रभारी एमएल कुड़ापे को निलंबित कर दिया गया है। एसपी अजय सिंह से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
    मृतका के पति के अनुसार, 28 सितंबर को उसकी पत्नी खेत में घास काटने गई थी। उसी दौरान वहां पुरुषोत्तम चौधरी, अरविंद चौधरी व अनिल राय ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। रात को महिला ने अपने पति को आपबीती बताई। इसके बात पति व परिजनों के साथ गोटीटोरिया पुलिस चौकी पहुंची, जहां आवेदन लेकर सुबह मेडिकल कराने की बात कहकर उन्हें चलता कर दिया गया। अगले दिन वे पुन: गोटीटोरिया पुलिस चौकी पहुंचे तो रिपोर्ट लिखे बिना ही उन्हें भगा दिया गया। एडीशनल एसपी राजेश तिवारी के अनुसार गैंगरेप के आरोप में दो आरोपियों को हिरासत में भी ले लिया गया है। अन्य की तलाश जारी है।
    मौत के बाद हरकत में आए अफसर : शुक्रवार को आत्महत्या के बाद एडीशनल एसपी राजेश तिवारी व गाडरवारा एसडीओ सीताराम यादव पुलिस बल के साथ मृतका के गांव पहुंचे। श्री यादव के अनुसार, इस मामले में 5 आरोपियों के खिलाफ धारा 306, 376 भादंवि व एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इनमें गैंगरेप के आरोपी पुरुषोत्तम चौधरी, अरविंद चौधरी व अनिल राय के अलावा मृतक के गांव की लीलाबाई चौधरी व मोतीलाल चौधरी शामिल है। लीलाबाई व मोतीलाल पर धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। लीला बाई व मोतीलाल ने मृतका को अपमाजनक शब्द कहे थे, संभवत: इसी से आहत होकर महिला ने आत्मघाती कदम उठाया।

पति और जेठ को ही किया बंद
बताया गया है कि पुलिस चौकी में भटकाव व निराशा के बाद 30 सितंबर को न्याय की उम्मीद लेकर महिला व उसके परिजन चीचली थाना पहुंचे। आरोप है कि यहां उनकी फरियाद सुनने की बजाय पुलिस ने पीड़ित से ही गाली-गलौज की और उसके पति व जेठ को लॉकअप में बंद कर दिया। अनुनय विनय के बाद उन्हें छोड़ा गया।