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ग्वालियर : बारिश ने खोली नगर निगम की पोल, जगह जगह जलभराव के हालात, जनता के साथ पानी में धरने पर बैठे पार्षद…

ग्वालियर : मानसून की पहली ही बारिश ने ग्वालियर नगर निगम की पोल खोल दी है, शहर के मोहल्लों से लेकर पॉश कॉलोनियों तक में जलभराव हो गया है, लोग घरों में कैद हो गये हैं, जब कई बार फोन लगाने पर नगर निगम के अधिकारियों ने समस्या पर ध्यान नहीं दिया तो स्थानीय पार्षद पानी में ही जनता के साथ धरने पर बैठ गए।

जनता के साथ पानी में ही धरने पर बैठ गए पार्षद 

ग्वालियर के बहोड़ापुर क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 5 में आने वाली पॉश कालोनी आनंद नगर के निवासी बारिश में कैद होकर रह गए हैं, हजारों घर वाली इस बड़ी कॉलोनी के करीब 40 प्रतिशत हिस्से में रहने वाले लोग जलभराव से परेशान हैं।रात को हुई तेज बारिश के बाद जब सुबह आनंद नगर के निवासियों की आंख खुली तो पानी भरा होने से वो बाहर नहीं निकल सके, उन्हें स्थानीय कांग्रेस पार्षद पीपी शर्मा को बुलाया और समस्या के निराकरण की बात कही, पार्षद ने नगर निगम के अधिकारियों को फोन लगाया लेकिन जब कोई रिस्पोंस नहीं मिला तो वे स्थानीय लोगों के साथ पानी में धरने पर बैठ गए।

नगर निगम ने भेजी फायर ब्रिगेड स्टार्ट ही नहीं हुई  

स्थानीय निवासी अशोक बग्गा  ने कहा कि हर साल यहाँ पानी भरता है, हर बार निगम के अधिकारी आश्वासन देते हैं लेकिन हमारी समस्या दूर नहीं होती।  कांग्रेस के सीनियर लीडर सुनील शर्मा ने कहा कि लोग सीवर और गंदे पानी में बैठे हैं , उन्होंने कहा कि निगम के अधिकारी कितने लापरवाह है कि जो फायर ब्रिग्रेड भेजी वो चालू ही नहीं हो रही, उन्होंने कहा कि पार्षद किसी भी पार्टी का हो समस्या तो जनता झेल रही है।

नगर निगम के अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप 

स्थानीय कांग्रेस पार्षद पीपी शर्मा ने कहा कि आनंद नगर में नाले नहीं है इसलिए जलभराव होता है पिछले साल भी शिकायत की थी तब बारिश का पानी निकाल दिया गया इस बार भी पानी भर गया है। उन्होंने कहा कि नगर निगम के अधिकारी सुनते नहीं है जनता परेशान होती है। जलभराव की समस्या दूर करने के लिए कोई स्थाई समाधान नहीं हो रहा है।

ग्वालियर में कांग्रेस की है नगर सरकार 

आपको बता दें कि ग्वालियर में नगर सरकार कांग्रेस की है उसके बाद भी कांग्रेस पार्षद अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर धरना देने पर मजबूर हैं। उनका कहना है कि भले ही महापौर कांग्रेस की है लेकिन अधिकारी तो भाजपा सरकार के इशारे पर काम करते हैं और परेशान जनता होती है।