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ग्वालियर जिला अस्पताल विकास से दूर, कायाकल्प की दौड़ से कोसो रहा पीछे

ग्वालियर: इस बार कायाकल्प की दौड़ में जिला अस्पताल सबसे पीछे साबित हुआ है. टॉप-टेन तो दूर 35 प्रशस्ति अवार्ड पाने तक में कोई स्थान नहीं पा सका, जबकि पिछले साल जिला अस्पताल टॉप-टेन में 9वें पायदान पर था. पहले स्थान पर जबलपुर, दूसरे पर भोपाल और तीसरे पर विदशा रहा है. इस बार भिंड जिला अस्पताल भी अपना स्थान सुरक्षित नहीं रख सका. हालांकि प्रशस्ति अवार्ड में भिंड को पहला स्थान देकर 3 लाख की राशि प्रदान की गई है. वहीं ग्वालियर का हजीरा सिविल अस्पताल ने भी प्रशस्ति अवार्ड पाकर एक लाख रुपये का इनाम व सम्मान जीता है. इसके अलावा ग्वालियर के उप स्वास्थ्य केंद्र व डिस्पेंसरी को कायाकल्प में बेहतर काम करने पर सम्मान राशि दी गई. इस स्पर्धा में प्रदेश के 35 जिला अस्पताल शामिल थे.

इन संस्थाओं को मिली राशि: कायाकल्प स्पर्धा के तहत 70 फीसद बेहतर साफ-सफाई, मरीजों का इलाज देने में भूमिका निभाने पर ग्रामीण उप स्वास्थ्य केंद्र विक्रमपुर को दो लाख रुपये, उप स्वास्थ्य केंद्र भितरवार को एक लाख रुपये, थाटीपुर डिस्पेंसरी को 50 हजार रुपये और उप स्वास्थ्य केंद्र निम्बाजी की खो को 50 हजार रुपये की सम्मान राशि प्रदान की गई.