ग्वालियर BJP लोकसभा प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाह ने बताया कांग्रेस क्यों घोषित नहीं कर पा रही प्रत्याशी…
ग्वालियर : ग्वालियर लोकसभा सीट से प्रत्याशी एवं मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह ने आज अपने आवास पर समर्थकों के साथ होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किया, मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए कुशवाह ने बताया कि कांग्रेस क्यों प्रत्याशी घोषित नहीं कर पा रही।
भाजपा प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाह ने आयोजित किया होली मिलन कार्यक्रम
ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से पूर्व विधायक और शिवराज सरकार में मंत्री रहे भारत सिंह कुशवाह को भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा प्रत्याशी बनाया है, उन्होंने आज थाटीपुर स्थित अपने आवास पर होली मिलन समारोह का आयोजन किया जिसमें भाजपा नेता, उनके समर्थक और उनकी विधानसभा के लोग होली की शुभकामनायें देने पहुंचे, लोगों ने उनके माथे पर गुलाल लगाया और उन्होएँ गले लगाकर उनका स्वागत किया।
गिले शिकवे भूलकर गले लगने का त्यौहार है होली : भारत सिंह
मीडिया से बात करते हुए भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि होली रंगों का त्यौहार है , भाई चारे का त्यौहार है, गिले शिकवे दूर करने का त्यौहार है , उन्होंने कहा कि साल भर में हमारा कभी न कभी किसी से कोई हल्का विवाद हो भी जाता है तो आज के दिन उसे भूलकर गले लग जाना चाहिए और बुरी बातों को भुला देना चाहिए।
कांग्रेस के पास कार्यकर्ता ही नहीं सब नेता, कैसे घोषित करें प्रत्याशी
ग्वालियर में कांग्रेस द्वारा अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किये जाने के सवाल पर भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि सवाल मेरे सामने प्रत्याशी उतारने का नहीं है सवाल है मोदी जी के कामों के सामने किसे उतारें? उन्होंने कहा सभी जानते हैं कि मोदी जी ने सर्व समाज के लिए काम किया है, देश का मान बढ़ाया है , जनता की सेवा की है , देश का विकास किया है क्योंकि वे देशवासियों का अपना परिवार मानते हैं।
कांग्रेस के पास कार्यकर्ता ही नहीं किसे मैदान में उतारे
भारत सिंह ने कहा कि जैसे परिवार होता है उसमें बुजुर्ग भी होते हैं छोटे भी होते हैं बुजुर्ग आशीर्वाद देते हैं और छोटे परिवार का मान बढ़ाने के लिए काम करते हैं ऐसा ही राजनीतिक दलों में होता है जो छोटा कार्यकर्ता होता है वो रीड होता है वही पार्टी का मान बढ़ाता है, अब कांग्रेस के पास कार्यकर्ता ही नहीं है तो मैदान में प्रत्याशी किसे उतारें।