Madhya Pradesh

सरकार ने गरीबों के लिए भेजा 106 मीट्रिक टन चना, बोरी खोली तो साथ में निकले कीड़े

श्योपुर। गरीब व कुपोषितों के घरों में बांटने के लिए शासन स्तर से भेजे गए चने की बोरियां खोली गईं तो उसमें से चने के साथ कीड़े निकले। कीड़े लगने से चना पूरी तरह खराब हो चुका है। बावजूद इसके चने की रैक उतरी गई और बांटने के लिए बिना जांच के ही अफसरों ने इसे उचित मूल्य दुकानों पर सप्लाई कर दिया।


गरीबों व कुपोषितों को पोषित करने के लिए मूंग दाल के बाद अब चना बांटा जा रहा हैं। हाल ही में शासन स्तर से 106 मीट्रिक टन चना बांटने के लिए नागरिक आपूर्ति निगम (नान) को सप्लाई किया गया। जिसे निगम ने खाद्य आपूर्ति विभाग को दे दिया और खाद्य आपूर्ति विभाग ने बिना जांचें ही यह चना गरीबों में बांटने के लिए उचित मूल्य दुकानों पर भेज दिया।


इस चने की खराब क्वालिटी की पोल तब खुल गई, जब पांडोला गांव के उचित मूल्य दुकान पर चना बांटने के लिए बोरी खोली गई। इसमें चना के साथ कीड़े भी निकले जिसने चना खाकर खोखला कर दिया था। भेजे गए चने को लेकर लोगों ने कहा कि यह जानवरों के खाने लायक भी नहीं है और इसे हमें भेजा गया। अब इस पर अफसरों का तर्क है कि वह मामले की जांच कराएंगे और खराब चने को वापस भेज देंगे। इस चने को अब बांटा नही जाएगा।

छह महीने से स्टॉक में रखा था चना, खराब हो गया तो दुकानों पर भेज दिया


नागरिक आपूर्ति निगम को मिला 106 मीट्रिक टन चना नेफेड द्वारा भेजा गया था जिसे 6 माह से अधिक समय से स्टॉक कर रखा गया था। अब जब चने में कीड़े लगने लगे तो आनन-फानन में नाफेड ने इसे बांटने के लिए नान के सुपुर्द कर दिया और नान ने जांच की गुणवत्ता जांचें बिना ही इसे खाद्य आपूर्ति विभाग को गरीबों में बांटने के लिए भेज दिया। बावजूद इसके नान अधिकारियो का कहना है कि पुराने चने व चावल में तो कीड़े लग ही जाते है चाहे सरकारी या निजी।

खराब चने को लेकर सोशल मीडिया पर प्रशासन को लोगों ने कोसा

खराब चने को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर शासन व प्रशासन को जमकर कोसा। लोगों ने कहा कि जब बांटने का समय था तब तो स्टॉक में रखा और अब खराब होते ही जिसे जानवर भी न खाएं, उस चने को गरीबों में बांटने के लिए भेजा गया जबकि नियम है कि कोई भी खाद्य सामग्री बिना जांचें उचित मूल्य दुकानों पर नहीं आती। बावजूद इसके कीड़े लगा बदबूदार व खोखला चना भेजा गया।

वापस करवा देंगे, जांच भी कराएंगे

हमें नेफेड से उक्त चना बांटने के लिए प्राप्त हुआ है। कहीं कोई एक-दो बोरी में ही दिक्कत होगी। इसे हम वापस करवा देंगे। बाकी उचित मूल्य दुकानों का चना भी चेक कर लेंगे। इसमें हमें 106 मीट्रिक टन चना प्राप्त हुआ है, जिसकी जांच कराएंगे।
डीएस कटारे, डीएम, नागरिक आपूर्ति निगम श्योपुर