गोपीचंद तोठाकुरा बने अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय, 40 साल बाद बनाया फिर इतिहास…
नई दिल्ली : दुनिया के शीर्ष बिजनेसमैन और अरबपतियों के बीच अंतरिक्ष की होड़ बढ़ती जा रही है। दरअसल एलन मस्क, जेफ बेजोस, और रिचर्ड ब्रैनसन जैसी हस्तियों की कंपनियों ने इस प्रतिस्पर्धा को और तेज कर दिया है। वहीं इसी कड़ी में जेफ बेजोस की स्पेस कंपनी ब्लू ऑरिजिन ने अपने नए मिशन को सफलतापूर्वक पूरा कर
लिया है। दरअसल इस मिशन की सबसे खास बात यह है की इस मिशन का कनेक्शन सीधा भारत से है।
ब्लू ऑरिजिन का महत्वपूर्ण मिशन:
दरअसल 19 मई रविवार को जेफ बेजोस की जानी मानी कंपनी ब्लू ऑरिजिन ने न्यू शेफर्ड-25 (NS-25) मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। जानकारी के अनुसार यह मिशन बेजोस और उनकी टीम के लिए काफी विशेष महत्व रखता है क्योंकि लगभग दो साल पहले सितंबर 2022 में एक रॉकेट दुर्घटना का सामना करना पड़ा था। उस दुर्घटना के बाद से यह कंपनी की इंसानों के साथ अंतरिक्ष की 25वीं उड़ान थी, जिसके लिए उन्हें दो साल का इंतजार करना पड़ा।
गोपीचंद तोठाकुरा ने रचा कीर्तिमान:
जानकारी दे दें कि ब्लू ऑरिजिन की 7वीं उड़ान के 6 क्रू मेंबर्स के इस मिशन में भारतीय उद्यमी और पायलट गोपीचंद तोठाकुरा भी शामिल थे। दरअसल इस मिशन के पूरा हो जाने से यह भारत के लिए भी गर्व की बात है। जानकारी के अनुसार गोपीचंद इस तरह भारत के दूसरे ऐसे नागरिक बन गए हैं जो अंतरिक्ष में गए हैं। वहीं उनसे पहले, यह कीर्तिमान राकेश शर्मा के नाम था वह अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय थे, जिन्होंने 1984 में रूसी एयरक्राफ्ट सोयुज टी-11 से यह कीर्तिमान हासिल किया था।
जानिए कौन है गोपीचंद तोठाकुरा?
दरअसल इतिहास रचने वाले भारतीय गोपीचंद तोठाकुरा आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से हैं और उन्होंने अंतरिक्ष में जाने वाले पहले असैनिक (सिविलियन) भारतीय का गौरव हासिल किया है। इसके साथ ही आपको बता दें कि गोपीचंद तोठाकुरा प्रिजर्व लाइफ कॉरपोरेशन के सह-संस्थापक भी हैं। प्रिजर्व लाइफ कॉरपोरेशन एक होलिस्टिक वेलनेस और अप्लायड हेल्थ सेंटर है जो हर्ट्सफील्ड-जैकसन अटलांटा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास स्थित है।