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पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- जैसे-जैसे दशहरा पास आता है विजयवर्गीय का चेहरा रावण जैसा होने लगता है

इंदौर। सांवेर से कांग्रेस के प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्‌डू ने गुरुवार को अपना नामांकन से पहले रैली निकली और सभा हुई। सभा में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और जीतू पटवारी भाजपा पर जमकर बरसे। वर्मा ने तो भाजपा महासचिव के चुन्नू-मुन्नू वाले बयान का जवाब पाखंडी, धूर्त और रावण जैसे शब्दों के साथ दिया।
पूर्व मंत्री वर्मा का विवादित बयान, विजवयर्गीय को बताया रावण
सभा के दौरान पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने कहा, ‘विजवयर्गीय ने सांवेर में ही कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को चुन्नू-मुन्नू कहा है। जवाब तो देना ही पड़ेगा। वे कभी-कभी राहुल गांधी को पप्पू बोलते हैं। सुनो कैलाश तुम्हारी औकात कितनी है। अपनों से बड़ों पर मुंह उठाकर थूकोगे तो थूक तुम्हारे पर ही गिरेगा। अब अपनी कहानी मुझ से सुन लो। भूल गए जब साड़ी पहन के बाल बड़े-बड़े करके, नाक में नथनी पहनकर, हाथ में चूड़ी पहनकर तंत्र-मंत्र करते थे। बाल बड़े कर लिए, चोटी गूंथ ली… अरे पाखंडी…।’
मुख्यमंत्री बनने के सपने देखते थे विजयवर्गीय
वर्मा ने कहा कि ‘अपनी बात भूल गए मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहा थे अब भाजपा ने उठाकर कहां फेंक दिया। वहां जाकर जादू करो, लेकिन वहां उससे बड़ी जादूगरनी ममता बनर्जी बैठी हुई है। दशहरा जैसे-जैसे पास आता है इसका चेहरा रावण जैसा होने लगता है। मैंने बहुत पास से इसे देखा है। आंखें छोटी-छोटी… नाक पकौड़ा जैसी हो जाती है।’
भाजपा मे रावण की तरह अहंकार : संजय कपूर
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी संजय कपूर ने कहा भाजपा में रावण की तरह अहंकार है, इसका अंत उपचुनाव में जनता करेगी। पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया, तुलसी सिलावट और अन्य लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कहा जिन लोगों ने गद्दारी की वो किसी भी पवित्र नदी या त्रिवेणी में ही स्नान क्यों ना कर लें, उनके पाप कभी नहीं धूलेंगे।

भाजपा ने लोकतंत्र का अपमान किया : कांग्रेस
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ला, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव समेत अन्य लोगों ने सभा को संबोधित किया। कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र का अपमान किया। नोटों के बल पर विधायकों को खरीदा, अब उसी वोट से जनता को खरीदने की तैयारी है। पूर्व विधायक सत्यरानायण पटेल ने कहा तुलसी सिलावट को मैदान छोड़कर भागने की आदत है। 1998 में भी डर से यहां से चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था।