मुख्यमंत्री शिवराज को ठंडी और सख्त रोटियां पैक करने पर खाद्य निरीक्षक सस्पेंड
इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इंदौर दौरे के दौरान खाने में हुई चूक खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग के निरीक्षक मनीष स्वामी को इसकी कीमत सस्पेंड होकर चुकानी पड़ी।
मुख्यमंत्री के प्रोटोकॉल में लापरवाही बरतने पर कलेक्टर मनीष सिंह ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। कलेक्टर ने कहा प्रोटोकॉल के तहत सीएम के लिए जिस क्वालिटी का खाना होना चाहिए था,उसमें चूक की गई। खाना पैक करते समय पूरे प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर के विधानसभा क्षेत्र तीन में 50 करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन करने पहुंचे थे। इस विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय विधायक हैं। उन्हीं के अनुरोध पर सीएम यहां आए थे। इससे पहले वे बुरहानपुर जिले के नेपानगर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर थे। इस वजह से सीएम के यहां आने में दो घंटे लेट हो गए. उन्हें शाम सवा 6 बजे यहां पहुंचना था लेकिन वे रात सवा 8 बजे इंदौर पहुंच सके।
तीन घंटे की देरी के कारण गड़बड़ी
रात होने और खराब मौसम के कारण उन्होंने हेलिकॉप्टर के बजाय कार से भोपाल जाने का फैसला कियालगातार। कार्यक्रमों की वजह से मुख्यमंत्री खाना नहीं खा पाए थे। इसलिए उन्होंने खाना पैक कर गाड़ी में रखने के निर्देश कलेक्टर को दिए थे। सूत्रों के मुताबिक कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर खाद्य अधिकारी मनीष स्वामी ने सीएम के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के समय के मुताबिक खाना शाम 6 बजे ही बनवा लिया था। लेकिन सीएम दो घंटे लेट हो गए और वे रात नौ बजे के बाद यानि तीन घंटे बाद इंदौर से रवाना हो पाए। इसलिए तब पैक किया हुआ खाना ठंडा हो गया और रोटियां सख्त हो गयी थीं। ठंडी औऱ सख्त रोटियां मिलने पर सीएम शिवराज ने नाराजगी व्यक्त की थी।
10 साल से इंदौर में थे मनीष स्वामी
खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष स्वामी करीब 10 साल से इंदौर में ही पदस्थ थे। वो बीजेपी नेताओं के चहेते अफसर माने जाते हैं। प्रदेश में सत्ता बदलने और कांग्रेस की सरकार आने के बावजूद उन्हें कोई हिला नहीं सका। कई बार मनीष स्वामी की शिकायतें भी हुईं। लेकिन कोई उन्हें हिला नहीं सका। अब मुख्यमंत्री के खाने में चूक उन्हें बचा नहीं पायी।