प्रदेश में हो रही भारी बारिश से पैदा हुए बाढ़ जैसे हालात, मौसम वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी…
मध्यप्रदेश में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हैं। आलम ये है कि नर्मदापुरम में तवा डैम के गेट दूसरी बार खोले गए हैं। इससे पहले शुक्रवार को भी तवा डैम के गेट खोले गए थे। फिलहाल 10 फीट की ऊंचाई तक डैम के 13 गेट खोले गए हैं और करीब दो लाख 4 हज़ार क्यूसिक पानी प्रतिसेकेंड डिस्चार्ज किया जा रहा है। बैतूल, छिंदवाड़ा पचमढ़ी सहित केचमेंट एरिया में हो रही लगातार हो रही बारिश के चलते प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। वहीं, कोटे से ज्यादा बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। डोलरिया की हथेड़ नदी के पुल पर भारी बारिश के चलते पानी आने के चलते हरदा से नर्मदापुरम का रास्ता बंद हो गया है, जबकि सुखतवा नदी पर बना अस्थाई पुल पर बहने की वजह से भोपाल-नागपुर हाईवे 69 पर यातायात बन्द है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने सोमवार को भोपाल, जबलपुर और नर्मदापुरम में मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी दी है। इंदौर में भी मध्यम बारिश हो सकती है। अगले 48 घंटे तक भोपाल, जबलपुर और नर्मदापुरम में मध्यम से भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है।
प्रदेश में हो रही बारिश के चलते इटारसी में कई क्षेत्रों में पानी भर गया है। देर रात आंधी-पानी ने इटारसी शहर में बाढ़ के हालात बना दिए हैं। नाला मोहल्ला और मेहरागांव के घरों में पानी घुस गया है। कई जगह 2 से 3 फीट तक पानी भरा है। भोपाल-नागपुर नेशनल हाईवे-69 पर नवनिर्मित सुखतवा पुल का एक हिस्सा बह गया। यह पुल नर्मदापुरम-बैतूल के बीच है। सुखतवा का पुराना पुल टूटने के बाद यह अस्थाई पुल बनाया गया था। भारी बारिश के चलते लगातार भारी मात्रा में तवा डैम से पानी छोड़ा जा रहा है। 15 जुलाई को डैम के 7 गेट, फिर 9 और फिर 11 गेट खोलना पड़े थे। 16 जुलाई को डैम के सभी गेट बंद कर दिए गए थे।