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कोरोनाकाल में सदन का पहला सत्र: सदन में प्रश्नकाल नहीं होने पर कांग्रेस ने कहा- आप लोकतंत्र की अवमानना कर रहे हैं

नयी दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच 17वीं लोकसभा का चौथा सत्र सोमवार से शुरू हो गया है. लोकसभा में प्रश्नकाल नहीं होने पर विपक्ष ने सवाल उठाए. कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि प्रश्नकाल सदन की कार्यवाही का अहम हिस्सा है. यह गोल्डन आवर्स है, लेकिन आप कह रहे हैं कि विशेष परिस्थितियों की वजह से इसे नहीं करा सकते हैं. दरअसल, आप लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश कर रहे हैं.

उधर, एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार ने हमारे सवाल पूछने का अधिकार छीन लिया है. विपक्ष के अन्य सदस्यों ने भी कहा कि प्रश्नकाल होना जरूरी है. तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि प्रश्नकाल संसदीय प्रणाली के मूलभूत ढांचे से जुड़ा है. इसका प्रमुख अंग है.


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रश्नकाल के मुद्दे पर सरकार का बचाव किया. उन्होंने कहा कि असाधारण परिस्थितियों में संसद की कार्यवाही हमको करनी पड़ रही है. चार घंटे के लिए सदन चलेगा. मैंने अपील की थी कि इसमें प्रश्नकाल न हो. आधे घंटे का एक जीरो आवर हो.

इससे पहले, लोकसभा की कार्यवाही आज सुबह 9 बजे शुरू हुई और यह एक बजे तक चलेगी. उधर, राज्यसभा में कामकाज दोपहर तीन बजे शुरू होगा. पहले दिन राज्यसभा में उपसभापति पद का चुनाव होगा.

मोदी बोले- सीमा पर जवान मुस्तैद, पूरी संसद और देश उनके साथ है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आज जब हमारी सेना के वीर जवान सीमा पर डटे हुए हैं. हिम्मत के साथ, जज्बे के साथ, बुलंद हौसलों के साथ, दुर्गम पहाड़ियों में डटे हुए हैं. कुछ समय के बाद बर्फबारी भी शुरू होगी. ऐसे वक्त में संसद से एक भाव, एक सुर से ये आवाज आनी चाहिए कि देश और पूरा सदन उनके साथ खड़ा है. कोरोना के दौर में जब तक दवाई नहीं, तब तक कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए.’


उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि दुनिया के किसी कोने में वैक्सीन बने और हम सभी को मिले. ‘उन्होंने कहा, ‘मुश्किल दौर में संसद का सत्र शुरू हो रहा है. एक तरफ कोरोना है और दूसरी तरफ कर्तव्य. सांसदों ने कर्तव्य का पथ चुना है. मैं उन्हें धन्यवाद और बधाई देता हूं.’